रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स अधिकारियों और पत्रकारों को ले जा रहे रॉयल एयर फोर्स जेट ने पोलैंड से यूके के लिए उड़ान भरी थी। हालांकि, रूसी क्षेत्र के पास अस्थायी रूप से हवाई जहाज का जीपीएस जाम होने का अनुभव हुआ।
दुनिया के कई देशों से दुश्मनी मोल लेने वाला चीन लगातार अपना रक्षा बजट बढ़ा रहा है और इस साल चीन ने अपने रक्षा बजट में बीते पांच साल में सबसे ज्यादा 7.2 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये सौदे रक्षा बलों की स्वदेशी क्षमताओं को और सुदृढ बनाएंगे, इससे विदेशी मुद्रा की बचत होगी और भविष्य में विदेशी मूल के उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता कम होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में अडाणी ग्रुप के गोला-बारूद मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि 2017 से पहले यूपी में तमंचे लहराए जाते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग में देश को आत्मनिर्भर बनाने के अभियान में जुट गया है।
पीएम मोदी ने यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के साथ नई दिल्ली में अहम वार्ता की है। इस दौरान व्यापार से लेकर रक्षा उत्पादन और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त लड़ाई में दोनों देशों ने बढ़चढ़कर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। भारत की दुनिया भर में बढ़ती दोस्ती और साख से चीन, पाकिस्तान परेशान हो रहे हैं।
रूस के रक्षामंत्रालय ने यूक्रेन शहर अवदिवका पर कब्जे की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। एक दिन पहले ही रूसी सेना ने यूक्रेन के इस शहर पर कब्जा कर लिया। यूक्रेनी सेना को हथियारों और गोला-बारूद की कमी के चलते यहां से अपने कदम पीछे हटाने पड़े। इसे यूरोप और पश्चिमी देशों के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में भारतीय सेना को सुख-सुविधाओं और अत्याधुनिक हथियारों से लैश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब उन्होंने सेना को 21वीं सदी की सबसे ताकतवर बनाने की दिशा में उपकरणों से सुसज्जित करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। इससे पाक-चीन जैसे दुश्मनों की घबराहट बढ़ना लाजमी है।
भारतीय सेना प्रमुख की 4 दिनों की अमेरिका यात्रा ने पाकिस्तान से लेकर चीन तक खलबली मचा दी है। बता दें कि अमेरिका भारत का रणनीतिक साझेदार है। इस लिहाज से जनरल मनोज पांडे की इस यात्रा को दोनों देशों के बीच दोस्ती को नए मुकाम तक पहुंचाने के लिहाज से बड़ा अहम माना जा रहा है।
दक्षिण चीन सागर में फिलिपींस और चीन के बीच तनातनी जारी है। चीन अपनी दादागिरी इस इलाके में दिखाता है। इसी बीच भारत के साथ फिलिपींस द्वारा ब्रह्मोस मिसाइल की डील करने के बाद से ही चीन के होश उड़े हुए हैं। अब फिलिपींस के साथ एक और रक्षा डील होने जा रही है।
अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बाद अब सऊदी अरब भी भारत के साथ रक्षा सहोयग बढ़ाने को आतुर है। दोनों देश रक्षा के क्षेत्र में सहयोग की बेहतरीन संभावनाएं तलाश रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आगामी समय में सऊदी अरब भारत का नया रणनीतिक रक्षा साझेदार हो सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के साथ 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इससे भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इस सौदे के बाद पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन और अधिक खौफ खाएंगे।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने से पहले यूरोपीय संघ ने जेलेंस्की के लिए आखिरकार अपना खजाना खोल दिया है। रूसी सेना से जंग लड़ते अभावग्रस्त यूक्रेनी सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए यूरोपी संघ ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को 50 अरब यूरो का बड़ा रक्षा सहायता पैकेज दिया है। इसकी जेलेंस्की को बेहद जरूरत भी थी।
वित्त मंत्री सीतीरमण ने बजट पेश करते हुए रेलवे, स्वास्थ्य समेत कई अन्य क्षेत्रों के लिए प्रमुख ऐलान किया है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को भी बढ़ावा देने के लिए बड़ी घोषणा की है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ के एक हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे हैं। इसका वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह हनुमान सेतु में पूजा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में कुछ ही समय रह गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन से एक बात को लेकर नाराज हो गए हैं। मीडिया के सामने बाइडेन ने अपनी नाखुशी जाहिर की है। ऑस्टिन पर अपने राष्ट्रपति से एक जानकारी छुपाने का आरोप है। बाइडेन ने कहा कि ऑस्टिन ने ये जानकारी छुपाकर बहुत गलत किया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के ब्रिटेन दौरे को लेकर विश्लेषकों का मानना है कि मंत्री स्तर पर बातचीत के इस अवसर के साथ, रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' एजेंडे के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए। इससे दोनों देशों को फायदा होगा।
वर्ष 2023 भारतीय सेना के लिए उपलब्धियों भरा रहा। पीएम मोदी ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना को अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों, लड़ाकू विमानों, अटैक हेलीकॉप्टरों, परमाणु मिसाइलों व युद्धपोतों और परमाणु पनडुब्बियों से लैस कर दिया है। सीमावर्ती इलाकों में पुलों, सड़कों और सुरंगों का महाजाल बिछा दिया गया है।
एक बार यूक्रेन की और अधिक सहायता से इनकार के बाद अमेरिका ने फिर से जेलेंस्की को बड़ा रक्षा पैकेज दिया है। अमेरिका ने यूक्रेन को आखिरी मदद के तौर पर 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर का सैन्य सहायता पैकेज दिया है। ताकि यूक्रेन अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय अखंडता की रक्षा कर सके। इससे रूस के खिलाफ यूक्रेन फिर से उठ खड़ा होगा।
अरब सागर में भारतीय नौसेना ने व्यावसायिक जहाज के हमलावरों के खिलाफ अभियान चला चुकी है। भारतीय युद्धपोत के अरब सागर में उतरते ही उथल-पुथल मच गई है। भारतीय नौसेना ने कहा है कि समुद्री सुरक्षा को पुख्ता करना उसकी प्राथमिकता है और इस राह में बाधा बनने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
जापान ने उत्तर कोरिया और चीन का सामना करने के लिए अपनी सैन्य ताकत को कई गुना बढ़ाने की ठान ली है। इसके लिए जापान कुल 300 अरब डॉलर खर्च करेगा। वर्ष 2024 के लिए भी जापान के मंत्रिमंडल ने बड़े रक्षाबजट को मंजूरी देकर उत्तर कोरिया और चीन जैसे दुश्मनों को हैरान कर दिया है।
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