ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला कर दिया था। ईरान की ये मिसाइलें काफी खतरनाक हैं। वहीं, अब इजरायल की हवाई रक्षा के लिए अब अमेरिका ने THAAD एंटी मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान किया है।
भारतीय जल्द ही इजरायल की तर्ज पर आयरन डोम बनाने जा रहा है। इसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक होगी। यह ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम होगा, जो 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मनों की सभी मिसाइलों, रॉकेटों, अटैक हेलीकॉप्टरों और फाइटर जेट्स को हवा में ही मारकर गिरा देगा। इससे भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
US THAAD Network in Guam: अमेरिका ने गुआम में पहले से ही पैट्रयट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैनात किया हुआ है। चीनी मिसाइलों की लगातार बढ़ती ताकत को देखते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्रालय किसी भी कीमत पर गुआम की सुरक्षा से समझौता नहीं करना चाहता है।
Spyder Missile System: इजरायल ने पहले ही अपना स्पाइडर एयर डिफेंस सिस्टम भारत, अजरबैजान, चेक गणराज्य, इथियोपिया, जॉर्जिया, पेरू, फिलीपींस, सिंगापुर और वियतनाम को दिया है। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि यूएई को कितने सिस्टम की बिक्री की जा रही है।
S-400 वायु रक्षा प्रणाली को भारत द्वारा लगभग 35,000 करोड़ रुपये के सौदे में कॉन्ट्रैक्ट किया गया था और साथ ही 400 किमी तक हवाई खतरों से निपटने के लिए भारत को 5 स्क्वाड्रन प्रदान किए जाएंगे।
भारत और रूस ने दोनों देशों की सामरिक शक्ति को मजबूत करने के लिए जब ब्रह्मोस को लेकर समझौता किया होगा तो सोचा भी नहीं होगा कि यह रक्षा उत्पादों की श्रेणी का एक बड़ा ब्रांड होगा।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने सोमवार को चांदीपुर टेस्ट रेंज में एरियल हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टार्ग्रेट (HEAT) 'अभ्यास' का सफल परीक्षण किया।
स्टील सेक्टर की प्रमुख कंपनी एस्सार स्टील ने देश में तेजी से बढ़ते डिफेंस मैन्युफैक्चिंग सेक्टर का लाभ उठाने की तैयारी कर ली है।
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