भारत से हथियार या रक्षा उपकरण खरीदने के मामले में शीर्ष तीन देशों में अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया शामिल हैं। अमेरिका, फ्रांस और अर्मेनिया के अलावा कई अन्य देश भी हैं जो भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
भारतीय नौसेना के लिए 45,0000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी रूप से 2 परमाणु अटैक पनडुब्बियों के निर्माण और 31 प्रीडेटर ड्रोन के सौदे को मंजूरी दी।
भारत और अमेरिकी की रणनीतिक साझेदारी अब व्यापक वैश्विक ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में बदलने जा रही है। इसके तहत दोनों देश मिलकर मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बड़े पैमाने पर रक्षा उत्पादन करेंगे। भारत में बने हथियार अब पूरी दुनिया पर राज करेंगे। अमेरिका भारत का साथ पाकर चीन को काउंटर करने में भी सक्षम होगा।
पीएम मोदी ने यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के साथ नई दिल्ली में अहम वार्ता की है। इस दौरान व्यापार से लेकर रक्षा उत्पादन और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त लड़ाई में दोनों देशों ने बढ़चढ़कर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। भारत की दुनिया भर में बढ़ती दोस्ती और साख से चीन, पाकिस्तान परेशान हो रहे हैं।
भारत और फिलीपींस के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी से चीन में चिंता छाने लगी है। दरअसल चीन अभी तक दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस से लेकर वियतनाम, ब्रुनेई, ताईवान, मलेशिया जैसे देशों पर दादागिरी दिखाता रहा है। वियतनाम को हाल ही में भारत ने युद्धपोत गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस से रक्षा गठबंधन ने चीन में खलबली मचा दी है।
रूस कम से कम इस दशक के अंत तक बढ़ती सैन्य संसाधनों की वैश्विक डिमांड को पूरा करने में उतना सक्षम नहीं रहेगा। इनमें सबसे अहम खरीदार भारत है, जिसने रूस के साथ ब्रह्मोस से लेकर एस.400 मिसाइल रोधक प्रणाली तक के लिए डील कर रखी है।
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
Defence Export: इस वित्त वर्ष जो डिफेंस एक्सपोर्ट के आंकड़े आए हैं, वह बताते हैं कि भारत रक्षा क्षेत्र में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। साल 2021-22 के आंकड़े बताते हैं कि डिफेंस एक्सपोर्ट के मामले में भारत ने 13 हजार करोड़ की उपलब्धी पा ली है।
दुनिया के सुपरपावर का चीफ भारत आने वाला है। 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत करेंगे। अहमदाबाद में ग्रैंड वेलकम के लिए जबरदस्त तैयारी चल रही है।
शनिवार को बांग्लादेश-भारत के बीच 22 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। साथ ही, PM मोदी ने बांग्लादेश को 500 मिलियन यूएस डॉलर की मदद करने की घोषणा भी की है।
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