चीन ने 2025-26 के लिए अपना रक्षा बजट जारी कर दिया है। यह करीब 249 अरब डॉलर का होगा। जो कि भारत के रक्षा बजट से 3 गुना ज्यादा है।
चीन इस बार अपना रक्षा बजट फिर बड़े पैमाने पर बढ़ाने जा रहा है। इसका संकेत अभी से दे दिया है। चीन अपनी सामरिक ताकत बढ़ाकर भारत और अमेरिका जैसे देशों को लगातार चुनौती दे रहा है।
अमेरिका द्वारा यूक्रेन की मदद से हाथ पीछे खींचे जाने के बाद यूरोपीय संघ ने भारी-भरकम रक्षा बजट तैयार करने का प्रस्ताव देकर सबको हैरान कर दिया है। ईयू ने यूरोप के लिए 841 अरब डॉलर का दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा बजट प्रस्ताव रखा है।
Budget 2025: केंद्रीय बजट 2025 में भारत सरकार ने रक्षा क्षेत्र का बजट बढ़ाया है। आइए जानते हैं कि डिफेंस सेक्टर को इस बजट में को कितने रुपये आवंटित हुए हैं।
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अभी हाल ही में कहा था कि केंद्र द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में सेना की मांग और इच्छाएं पूरी होती रही हैं। जनरल द्विवेदी ने कहा था कि सेना ऑपरेशन्स को ध्यान में रखते हुए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और नया हेडक्वार्टर बनाने पर विचार कर रही है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार इस बार के बजट में पूंजीगत व्यय के लिए 1.9 लाख करोड़ रुपये तय कर सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार पूंजीगत व्यय की राशि में से एक बड़ा हिस्सा नेवी को अपग्रेड करने में खर्च कर सकती है।
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट संसद में पेश करेंगी। इस का बजट खास होने वाला है। सरकार ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने के लिए कई ऐलान कर सकती है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार इस बार डिफेंस सेक्टर के लिए आवंटित किए जाने वाले बजट में 'मध्यम' बढ़ोतरी कर सकती है। बीते सालों की तरह, इस साल भी केंद्र सरकार का आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता पर खास ध्यान रहेगा।
बजट 2024 में भारत के रक्षा मंत्रालय को 6,21,940.85 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि ये बजट सशस्त्र बलों को और सुदृढ़ करेगा तथा रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ को बढ़ावा देगा। आइए जानते हैं रक्षा बजट से जुड़ी खास बातें।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य सहित चीन और पाकिस्तान से भारत के समक्ष उत्पन्न खतरे को देखते हुए, भारत को आगामी बजट में केंद्र सरकार के कुल व्यय का कम से कम 25 प्रतिशत खर्च करना चाहिए।
एक्सपर्ट का मानना है कि बुनियादी ढांचे में निवेश स्थिरता पर केंद्रित होगा, जिसका उद्देश्य परिवहन नेटवर्क का आधुनिकीकरण करना और पर्यावरणीय परिणामों में सुधार करना है। चुनावों के बाद से भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है, जो हर हफ्ते धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ रहा है।
कर्ज में डूबे पाकिस्तान ने अपना नया रक्षा बजट पेश कर दिया है। बदहाली के बावजूद पाकिस्तान ने रक्षाबजट को 15 फीसदी तक बढ़ा दिया है। हालांकि अब भी पाकिस्तान का यह रक्षा बजट भारत के मुकाबले कई गुना कम है।
दुनिया के कई देशों से दुश्मनी मोल लेने वाला चीन लगातार अपना रक्षा बजट बढ़ा रहा है और इस साल चीन ने अपने रक्षा बजट में बीते पांच साल में सबसे ज्यादा 7.2 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
वित्त मंत्री सीतीरमण ने बजट पेश करते हुए रेलवे, स्वास्थ्य समेत कई अन्य क्षेत्रों के लिए प्रमुख ऐलान किया है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को भी बढ़ावा देने के लिए बड़ी घोषणा की है।
जापान ने उत्तर कोरिया और चीन का सामना करने के लिए अपनी सैन्य ताकत को कई गुना बढ़ाने की ठान ली है। इसके लिए जापान कुल 300 अरब डॉलर खर्च करेगा। वर्ष 2024 के लिए भी जापान के मंत्रिमंडल ने बड़े रक्षाबजट को मंजूरी देकर उत्तर कोरिया और चीन जैसे दुश्मनों को हैरान कर दिया है।
हमास आतंकियों की तबाही के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को सबसे बड़ी रक्षा सहायता देने का ऐलान किया है। इसके लिए 14.5 अरब डॉलर रुपये की मंजूरी दी गई है। रुपये के हिसाब से यह राशि 1.20 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। यह धनराशि पाकिस्तान के कुल रक्षाबजट की दोगुनी है।
जापान अपने रक्षा बजट में रिकॉर्ड बढ़ोतरी कर रहा है। इससे चीन और उत्तर कोरिया को झटका लगेगा। इसी बीच एशिया प्रशांत क्षेत्र में दो धुरियां बन रही हैं। एक गुट चीन, उत्तर कोरिया और रूस का है। वहीं दूसरा गुट है जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का।
आर्थिक खस्ताहाली के बीच पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में 15.5 फीसदी का इजाफा किया है। वर्ष 2023-24 के लिए पाकिस्तान का रक्षा बजट 1.8 लाख करोड़ है। वहीं इसी वित्तीय वर्ष के लिए भारत का रक्षा बजट 5.94 लाख करोड़ है, जो कि पाकिस्तान के रक्षाबजट से 5 गुने से भी ज्यादा है।
वैश्विक परिदृश्य में लगातार बढ़ते तीसरे विश्व युद्ध के खतरे और विभिन्न देशों से तनाव के मद्देनजर सभी देश अपने-अपने रक्षा बजट को बढ़ाते जा रहे हैं। ऐसे में चीन भी कहां पीछे रहने वाला था। चीन ने आज रविवार को दुनिया का सबसे बड़ा दूसरा रक्षा बजट पेश किया है।
भारत का रक्षा बजट पिछले कई वर्षों से मंद गति से आगे बढ़ रहा है। इसके बावजूद देश ने दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा रक्षाबजट पेश किया है। वर्ष 2023-24 के लिए भारत का रक्षा बजट 5.25 लाख करोड़ से बढ़कर 5.94 लाख करोड़ पहुंच चुका है। यह पाकिस्तान के रक्षाबजट से करीब 14 गुना अधिक है। जबकि चीन के रक्षाबजट का सिर्फ एक चौथाई है।
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