‘रक्षा अताशे’ विदेश में भारतीय दूतावास से जुड़े वह अधिकारी होते हैं, जो रक्षा से जुड़े मामलों को देखते हैं। ये सिर्फ उन्हीं देशों में होते हैं, जिनसे हमारे सैन्य संबंध हैं।
हालांकि यह बैठक पुलवामा में हुए आतंकी हमले से पहले निर्धारित थी लेकिन अब बैठक ऐसे समय हो रही है जब भारत, पाकिस्तान को कूटनीतिक तरीके अलग-थलग करने की कोशिश में लगा हुआ है।
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