IIT Kanpur ने भारतीय सेना के लिए एक ऐसी टेक्नोलॉजी Analaksya डेवलप की है, जिसकी मदद से सेना के जवान 'मिस्टर इंडिया' बन जाएंगे। दुश्मन के रडार उनके मूवमेंट को ट्रैक नहीं कर पाएंगे।
भारतीय नौसेना के लिए 45,0000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी रूप से 2 परमाणु अटैक पनडुब्बियों के निर्माण और 31 प्रीडेटर ड्रोन के सौदे को मंजूरी दी।
iDEX पहल को गति प्रदान करने के लिए, DISC को अटल इनोवेशन मिशन के साथ साझेदारी में लॉन्च किया गया था, जिसका मकसद राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में प्रोटोटाइप बनाने और/या उत्पादों या समाधानों का व्यावसायीकरण करने के लिए स्टार्ट-अप, MSME, इनोवेटर्स का समर्थन करना है।
भारतीय सेना प्रमुख की 4 दिनों की अमेरिका यात्रा ने पाकिस्तान से लेकर चीन तक खलबली मचा दी है। बता दें कि अमेरिका भारत का रणनीतिक साझेदार है। इस लिहाज से जनरल मनोज पांडे की इस यात्रा को दोनों देशों के बीच दोस्ती को नए मुकाम तक पहुंचाने के लिहाज से बड़ा अहम माना जा रहा है।
अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बाद अब सऊदी अरब भी भारत के साथ रक्षा सहोयग बढ़ाने को आतुर है। दोनों देश रक्षा के क्षेत्र में सहयोग की बेहतरीन संभावनाएं तलाश रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आगामी समय में सऊदी अरब भारत का नया रणनीतिक रक्षा साझेदार हो सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने से पहले यूरोपीय संघ ने जेलेंस्की के लिए आखिरकार अपना खजाना खोल दिया है। रूसी सेना से जंग लड़ते अभावग्रस्त यूक्रेनी सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए यूरोपी संघ ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को 50 अरब यूरो का बड़ा रक्षा सहायता पैकेज दिया है। इसकी जेलेंस्की को बेहद जरूरत भी थी।
ताइवान ने अपने रक्षा क्षेत्र में चीन के 20 सैन्य विमानों के घुसने का आरोप लगाया है। ये चीनी फाइटर जेट और ड्रोन पिछले 24 घंटे से ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं। ताइवान ने इसका कड़ा विरोध जाहिर किया है। मगर चीन की ओर से अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
आत्मनिर्भरता के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे भारत ने रक्षा उत्पादन क्षेत्र में बढ़ी छलांग लगाई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का रक्षा उत्पादन अब प्रतिवर्ष 1 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है। साथ ही 16 हजार करोड़ से अधिक का निर्यात भी करने लगा है।
अपने देश की सेनाओं पर खर्च करने के मामले में भारत चौथे नंबर पर आता है। सबसे ज्यादा खर्च अमेरिका करता है। दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे नंबर पर रूस अपनी सेनाओं पर खर्च करता है।
चीन का दुश्मन फिलीपींस इन दिनों भारत के प्रमुख रक्षा साझेदारों के रूप में उभर रहा है। यह बात चीन को बेहद नागवार गुजर रही है। मगर इस दौरान शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत और फिलीपींस के बीच चौथी संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की अहम बैठक हुई है।
अमेरिका की उप रक्षा मंत्री डॉ.कैथलीन हिक्स ने यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात कर अमेरिका-भारत द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी पर चर्चा की। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने यह जानकारी दी।
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ''आज भारत की जो एक विशाल इमारत हमें दिखाई दे रही है, वह हमारे वीर योद्धाओं के बलिदान की नींव पर ही टिकी हुई है। आज का यह दिवस, उनके त्याग और समर्पण को हृदय से नमन करने का दिवस है।''
मिसाइल के क्षेत्र में भारत को एक बड़ी कामयाबी हाथ मिली है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने एंटी टैंक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अपने सैन्य उपकरणों की जरुरतों को पूरा करने के लिए विदेशी सरकारों और विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के ऊपर निर्भर नहीं रह सकता और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भता अन्य क्षेत्र से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
अमेरिका में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन और विपक्षी डेमोक्रेट के शीर्ष दो सीनेटरों ने भारत के साथ सैन्य संबंध मजबूत करने, खास तौर पर पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और सैन्य क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान और विकास में तेजी लाने के लिए एक संशोधन विधेयक पेश किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों के शीर्ष कमांडरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि देश का ध्यान कोरोना वायरस महामारी से निपटने पर केंद्रित रहने के दौरान विरोधियों को अपने नापाक इरादों पर आगे बढ़ने का कोई मौका नहीं मिलने पाए।
रक्षा क्षेत्र में भारत की ताकत की नयी इबारत लिखने जा रहे 11वें ‘डिफेंस एक्सपो-2020’ में लखनऊ की सरजमीं पर देश-दुनिया की 1000 से ज्यादा आयुध निर्माता कम्पनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को आश्वासन दिया कि देश की रक्षा तैयारियों के साथ कोई समझौता नहीं होगा और बजट इसमें बाधा नहीं बनेगा।
‘रक्षा अताशे’ विदेश में भारतीय दूतावास से जुड़े वह अधिकारी होते हैं, जो रक्षा से जुड़े मामलों को देखते हैं। ये सिर्फ उन्हीं देशों में होते हैं, जिनसे हमारे सैन्य संबंध हैं।
IndiaTV in Israel: Know what makes Israel so powerful in the field of defence and security | 2017-07-01 11:18:33
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