इन दिनों एक नई तकनीकी चुनौती सामने आई है जिसका नाम डीपफेक है। लोग इसका गलत रूप से फायदा उठा रहे हैं। अब इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा का भी एक फर्जी वीडियो वायरल हो रहा है। उनके वीडियो और आवाज का इस्तेमाल करके लोग नकली दवाई बेच रहे हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय डीफफेक मामले की सुनवाई कर रहा है। डीपफेक के खतरों की जांच के लिए गठित समिति के सदस्यों को नामित करने को लेकर केंद्र सरकार को पीठ ने निर्देश भी जारी किया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से डीपफेक टेक्नोलॉजी के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए किये गए उपायों पर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।
पिछले कुछ समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लेकर फेक वीडियो के जरिए लोगों को ठगने के कई सारे मामले सामने आए हैं। गूगल ने अब अपने करोड़ों यूजर्स को बड़ी राहत दे दी है। गूगल ने डीपफेक और एआई जनरेटेड फोटोज की पहचान के लिए नया टूल लॉन्च कर दिया है।
धोखेबाज लोगों को संदिग्ध ऐप डाउनलोड करने के लिए लुभाते हैं। इसके लिये वे डीपफेक वीडियो का उपयोग कर रहे हैं। वे असली दिखने के लिए एक नकली प्ले स्टोर भी बना रहे हैं।
इस साल में यह दूसरी बार ऐसा है जब विराट कोहली का डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। फरवरी में उनका पहला डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था और अब एक और वीडियो वायरल हो रहा है।
डीपफेक तकनीक से अब दिल्ली हाईकोर्ट भी टेंशन में आ गया है। कोर्ट ने बुधवार को कहा कि डीपफेक तकनीक समाज में एक गंभीर खतरा बनने जा रही है और सरकार को इस बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए।
AI के आने के बाद से इंटरनेट पर फर्जी Deepfake फोटो और वीडियो की बाढ़ आ गई है। एआई का इस्तेमाल करके डीपफेक एडल्ट कॉन्टेंट इंटरनेट पर फैलाया जा रहा है। गूगल ने हाल में एक टूल पेश किया है, जो इन कॉन्टेंट को सर्च से हटाने में मदद करेगा।
Google ने इंटरनेट पर प्रसारित किए जाने वाले फर्जी फोटो और वीडियो पर लगाम लगाने के लिए नई पॉलिसी लागू कर दी है। यह नई पॉलिसी इस तरह के फर्जी और एआई जेनरेटेड कॉन्टेंट की सर्च रिजल्ट में रैंकिंग गिरा देगा, जिसकी वजह से यूजर्स को इस तरह के कॉन्टेंट नहीं दिखाई देंगे।
अभिजीत पाटिल नाम के शख्स ने कथित तौर पर यौन स्वास्थ्य से संबंधित प्रोडक्ट के प्रचार के लिए अमिताभ बच्चन के अश्लील डीपफेक वीडियो बनाया था। उसने इसे सोशल मीडिया पर शेयर भी किया।
Honor ने मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में AI पावर्ड टेक्नोलॉजी पेश किया है, जिसमें आई प्रोटेक्शन से लेकर डीपफेक वीडियो एनालाइजर शामिल है। ऑनर की यह टेक्नोलॉजी रियल टाइम में AI जेनरेटेड वीडियो को एनालाइज कर सकती है, जिससे लोगों को फर्जी वीडियो की पहचान करने में आसानी होगी।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में डीप फेक वीडियो के झांसे में आकर करीब 7 लाख रुपये गंवा बैठी। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है।
YouTube ने AI जेनरेटेड कॉन्टेंट यानी डीपफेक वीडियो पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। गूगल के वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने नया प्राइवेसी रिक्वेस्ट प्रोसेस शुरू किया है, जिसमें यूजर्स किसी भी AI जेनरेटेड कॉन्टेंट को रिपोर्ट कर सकते हैं।
डीपफेक तकनीक के नियमों में अनदेखी के खिलाफ इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है। इसके बाद हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
साइबर क्रिमिनल्स आजकल लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं। फर्जीवाडे़ को अंजाम देन के लिए पिछले कुछ दिनों से डीपफेक कंटेंट का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। अब इस तरह के कंटेंट पर लगाम कसने के लिए एलन मस्क ने एक्स पर एक नया फीचर दे दिया है।
नोएडा के सेक्टर 49 के तहत आने वाले इलाके बरोला के रहने वाले एक शख्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ की डीपफेक वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। नोएडा पुलिस ने अब कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
Deepfake के बढ़ते मामलों के बीच एक चौंकाने वाला सर्वे आया है, जिसने यूजर्स की चिंता को बढ़ा दिया है। हालांकि, भारत में डीपफेक कॉन्टेंट को लेकर कड़े कानूनी प्रावधान हैं।
Deepfake को लेकर साइबर सिक्योरिटी फर्म McAfee का चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है। हर 4 में से 1 भारतीय पॉलिटिकल डीपफेक कॉन्टेंट का सामना कर रहे हैं। वहीं, डीपफेक का इस्तेमाल ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए धड़ल्ले से किया जा रहा है।
एक महिला ठगों के बिछाए हुए जाल में फंस गई और 41 लाख रुपए गंवा बैठी। महिला को फंसाने के लिए ठगों ने एलन मस्क के डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल किया।
साउथ सिनेमा के चर्चित एक्टर अल्लू अर्जुन भी आमिर खान और रणवीर सिंह की तरह डीपफेक का शिकार हो गए हैं। उनका भी एक पुराना वीडियो लोगों को भ्रमित करने के लिए सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है। जानें इस मामले की पूरी सच्चाई।
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