पश्चिम बंगाल सरकार में कानून और श्रम मंत्री मोलॉय घटक के भाई के घर से सड़ी-गली हालत में दो शव बरामद किए गए हैं।
दक्षिण दिल्ली के छत्तरपुर में 26 साल के एक युवक ने अपनी प्रेमिका की धोखा देने के शक में कथित तौर पर गला काटकर हत्या कर दी।
उज्जैन पुलिस के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी अरविंद नायक ने बताया कि पहली नजर में लगता है कि युवक का शव 12 से 24 घंटे पुराना था। उस पर किसी बाहरी चोट के निशान नहीं मिले।
सांगली के सरकारी अस्पताल के अधिकारियों से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि बगवाडे जिंदा हैं और उनपर अस्पताल में इलाज का सकारात्मक असर हो रहा है। अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि गड़बड़ी के कारणों की जांच की जाएगी...
महिला के पांचों बेटे शव को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न रसायनों का इस्तेमाल कर रहे थे।
आशंका है कि पुरानी रंजिश के चलते अज्ञात लोगों ने लोकेंद्र की हत्या कर उसका शव कार की सीट के नीचे दबा दिया...
मारे गए सभी भारतीयों के शव लाने के लिए विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह रविवार को इराक के लिए रवाना हुए थे।
स्कूली छात्रा नितिशा नेगी आस्ट्रेलिया में अनधिकृत पैसिफिक खेलों में भाग लेने गयी थी।
ओडिशा के कालाहांडी के दाना मांझी को शायद अभी लोग भुला नहीं पाए होंगे, जिसे पत्नी का शव कंधे पर लेकर गांव तक जाना पड़ा था। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के कटनी जिले में सामने आया है
यहां एक महिला ने अपने 10 वर्षीय बेटे के शव के साथ बारिश के बीच सड़क पर रात बिताई क्योंकि मकान मालिक ने शव को घर के अंदर लाने की अनुमति नहीं दी थी। यह हैरान व शर्मसार कर देने वाली घटना बुधवार रात को वेंकटेश्वर नगर के कुकाटपल्ली क्षेत्र में हुई।
संयुक्त अरब अमीरात में कार्यरत और इस सप्ताह लापता हुए एक भारतीय का शव शारजाह में एक कार के भीतर मिला।
पश्चिम बंगाल में गरीबी की तपिश में जी रहे उत्तर दिनाजपुर जिले के लाचार परिजनों ने जालंधर के फिल्लौर में ट्रेन से गिर कर मौत का शिकार हुए युवक का शव लेने से इंकार कर दिया हालांकि, जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित परिवार की पूरी मदद प्रशासन की ओर से की जा
स्विट्जरलैंड में 75 सालों से सेनफ्लूरोन पहाड़ियों पर बर्फ में दबे एक जोड़े का शव बरामद हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जोड़ा 1942 से बर्फ में दबा हुआ था।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादी हमले में मारे गए अमरनाथ यात्रियों के शव मंगलवार को गुजरात लाए गए। शवों के साथ विमान जब गुजरात पहुंचा, उस समय मुख्यमंत्री रुपानी हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
परिवार वालों के पास उसे घर ले जाने के लिए कोई साधन नहीं था, तो पूनम के पिता ने डॉक्टर व सीएमएस से मदद मांगी परन्तु उन्हें वहां से कोई मदद नहीं मिली। एंबुलेंस चालक ने उनसे आठ सौ रुपये मांगे और शव वाहन ने कह दिया कि उनके वाहन में तेल नहीं है।
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