कोरोना वैक्सीन के लिए को-विन ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जानिए क्या है पूरा प्रासेस।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रविवार (3 जनवरी) को बड़ी खबर मिल सकती है। नए साल में डीसीजीआई अंतिम फैसला लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दे सकता है।
'कोवैक्सीन' को भारतीय जैव चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित एवं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा उत्पादित कोविड-19 के संभावित टीके का मानव पर तीसरे चरण का चिकित्सकीय परीक्षण सोमवार को पुणे के सरकारी ससून जनरल अस्पताल में शुरू हुआ।
भारत के दवा नियामक ने ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के उस दावे के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें उसने कथित रूप से 'मित्या दावा' किया था कि कोविड-19के ऐसे मरीजों के इलाज में फैबीफ्लू का इस्तेमाल किया जा रहा है जिन्हें दूसरी बीमारियां भी हैं।
मुंबई में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने कल रात रेमेडिसवियर की कालाबाजारी में शामिल एक रैकेट का भंडाफोड़ कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन की बायोजॉलिक दवा इटोलिजूमैब (Itolizumab) का प्रयोग कोविड-19 के मरीजों के इलाज में करने की भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गयी है।
रेमडेसिविर एक मात्र दवा है, जिसे यूएसएफडीए ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति दी है।
एमएसडी ने कहा है कि उसने एडवांस्ड मेलेनोमा (कैंसर) के इलाज के लिए भारत में कीट्रूडा (Keytruda) दवा उतारी है।
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