टेक्नोलॉजी कंपनियां अपने यूजर्स का डेटा स्टोर और प्रोसेस करने के लिए डेटा सेंटर लगाती हैं, जिसके लिए उन्हें अरबों डॉलर का खर्च आता है। AI के आने से टेक्नोलॉजी कंपनियां और बड़े लेवल पर डेटा सेंटर ओपन करने की तैयारी कर रही हैं।
अमेजन वेब सर्विसेज व्यवसाय के विस्तार के साथ तेलंगाना देश में क्लाउड और डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए एक अग्रणी केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए तैयार है।
Data Center Park: उत्तर प्रदेश को अब जल्द ही अपना खुद का पहला डेटा सेंटर पार्क मिलने वाला है। इस डेटा सेंटर की टोटल क्षमता 5000 सर्वर रैक की है। सीएम योगी इस डेटा सेंटर का 31 अक्टूबर को लोकार्पण करेंगे।
Data Center: बढ़ती मांग को देखते हुए भारत में 45 नए डेटा केंद्र बनाए जाएंगे, जिसकी क्षमता 1.3 करोड़ वर्ग फुट और 1,015 मेगावाट की होगी। इसके लिए 2025 तक का समय निर्धारित किया गया है।
राव ने ट्वीट कर कहा कि तेलंगाना के इतिहास में सबसे बड़े एफडीआई के बारे में बताते हुए खुशी है! कई बैठकों के बाद एडब्ल्यूएस ने तेलंगाना में कई डेटा केंद्रों की स्थापना के लिए 20,761 करोड़ रुपये (2.77 अरब डॉलर) के निवेश को अंतिम रूप दिया है।
यह डेटा सेेंटर तिब्बती क्षेत्रीय राजधानी शहर ल्हासा में उच्च प्रौद्योगिकी वाले क्षेत्र में 3,656 मीटर की ऊंचाई पर है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने करीब 600 करोड़ रुपये के निवेश से राज्य में पहला डाटा सेंटर पार्क बनाने की परियोजना को मंजूरी दी है। मुंबई का हीरानंदानी समूह ग्रेटर नोएडा में करीब 20 एकड़ भूमि पर इसे बनाएगा।
भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा कि कार्लाइल समूह की सहयोगी इकाई कम्फर्ट इनवेस्टमेंट 2 ने एयरटेल की पूर्ण स्वामित्व वाली एनएक्स्ट्रा डाटा लिमिटेड में 1780 करोड़ रुपए का निवेश करने के लिए एक समझौता किया है।
प्रसाद ने यह भी कहा कि साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "भारत डिजिटल रूप से सशक्त होता जा रहा है। हमने साइबर सुरक्षा के लिए तंत्र का विस्तार किया है। हालांकि, भारत में कम साइबर हमले से संबंधिक कम मामले सामने आते
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