Tibet-China News: वैसे तो चीन हर मामले में तिब्बत से सैकड़ों कदम आगे है। मगर अब एक मामले में तिब्बत ने चीन को पीछे छोड़कर सबको हैरान कर दिया है। तिब्बत की इस कामयाबी से चीन भी परेशान है। हालत यह है कि लगातार सात वर्षों तक पीछा करने के बाद भी चीन इस मामले में तिब्बत के आसपास भी नहीं पहुंच पाया।
धारग्ये और रिग्त्से तिब्बत की सेरशुल काउंटी के एक मठ में रहते थे जहां उनके साथ लगभग 250 और लोगों का बसेरा था।
Dalai Lama Ladakh Visit: भारत ने दलाई लामा की यात्रा पर स्पष्ट किया कि तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की लद्दाख यात्रा ‘पूरी तरह से धार्मिक’ है और किसी को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा, "दलाई लामा भारत में सम्मानित अतिथि और धार्मिक नेता हैं जिन्हें धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों को करने के लिये उचित शिष्टाचार एवं स्वतंत्रता प्रदान की गई है। इनके बड़ी संख्या में अनुयायी हैं"
दलाई लामा ने अपने बयान में कहा था कि कड़े सामाजिक नियंत्रण के प्रति सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का झुकाव नुकसानदेह हो सकता है।
तोक्यो फॉरेन कॉर्सपोंडेंट्स क्लब की मेजबानी वाले ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में दलाई ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने की उनकी कोई खास योजना नहीं है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, यह हर साल नियमित तौर पर होता है। जब हम दलाई लामा का जन्मदिन मनाते हैं तो चीनी विरोध प्रदर्शन करते हैं।
अपने लेख में ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने तिब्बत और धर्मशाला की तुलना भी कर दी और कहा कि तिब्बत में चीन की सरकार ने तिब्बत में रेल और सड़क का संपर्क पहुंचाया है जो हमेशा ट्रैफिक के लिए खुला रहता है।
दलाई लामा का जन्म छह जुलाई 1935 को उत्तरी तिब्बत में आमदो के एक छोटे से गांव तकछेर में एक कृषक परिवार में हुआ था। उनके बचपन का नाम ल्हामो दोनडुब था। उन्हें 1989 में शांति का नोबेल सम्मान मिला था।
चीनी सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक श्वेत पत्र में दावा किया गया कि किंग राजवंश (1677-1911) के बाद से केंद्र सरकार द्वारा दलाई लामा और अन्य आध्यात्मिक बौद्ध नेताओं को मान्यता दी जाती है। दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि प्राचीन समय से ही तिब्बत चीन का अविभाज्य हिस्सा है।
तिब्बत के निर्वासित धर्मगुरु दलाई लामा ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में अपने निवास स्थान के पास एक सरकारी अस्पताल में कोविड-19 की पहली वैक्सीन लगवाई।
विधेयक के तहत तिब्बत संबंधी मामलों पर अमेरिका के विशेष राजनयिक को यह अधिकार दिया गया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन कर सकता है कि अगले दलाई लामा का चयन सिर्फ तिब्बती बौद्ध समुदाय करे।
निर्वासित तिब्बती सरकार के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तौर पर अमेरिकी सीनेट ने मंगलवार को सर्वसम्मति से तिब्बती नीति और सहायता अधिनियम (टीपीएसए) 2020 को पारित कर दिया, जो मई से सीनेट की विदेश संबंध समिति में अटका हुआ था।
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि चीन के पास अगला दलाई लामा चुनने का कोई धार्मिक आधार नहीं है
1000 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार में चीनी नागरिक लुओ सांग उर्फ चार्ली पेंग को हिरासत में लेकर इनकम टैक्स विभाग लगातार पूछताछ कर रहा है। अब इस मामले में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है, जो चीन के मंसूबो को बेनकाब करने के लिए काफी हैं।
चीनी नागरिक पर 1000 करोड़ रुपये का हवाला कारोबार चलाने का आरोप
दलाई लामा ने लंदन पुलिस के साथ एक ऑनलाइन संवाद में कहा कि देशों में अगर ज्यादा महिला नेता होतीं तो दुनिया ज्यादा शांतिपूर्ण होती।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने अपने अनुयायियों, विशेष रूप से तिब्बतियों को भरोसा दिलाया है कि उनका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और वह अभी 20 साल से अधिक समय तक जीवित रहेंगे।
चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व सलामी बल्लेबाज हेडन को 2010 में धर्मशाला में किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई टीम के बीच खेले गए मैच के दौरान दलाई लामा से मिलने का मौका मिला था।
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि वह कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत द्वारा उठाए गए प्रयासों को अपना समर्थन देते हैं।
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