समुद्री चक्रवात के भीषण चक्र में फंसे म्यांमार के लिए भारत ने फिर दरियादिली दिखाई है। भारत ने चक्रवात से प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए नौसेना के 4 जहाजों के जरिये राहत सामग्री भेजी है। इसमें खाद्य व पेय पदार्थ से लेकर, जीवन रक्षक औषधियों समेत कई अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
दक्षिण हिंद महासागर में बेहद शक्तिशाली फैबियन तूफान दस्तक दे चुका है। वह तेजी से दक्षिणी हिंद महासागर के तट की ओर आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार तट तक पहुंचने में इसे करीब एक हफ्ता लग सकता है, लेकिन इसके असर ने अभी से अपना कुप्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है।
सुपर साइक्लोन मोचा ने मिजोरम में बड़ी तबाही मचाई है। राज्य के 50 से अधिक गांवों में 234 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गांव के लोग तूफान के गुजर जाने के बाद तबाही का मंजर और अपने उजड़े घर को देखकर दुखी हैं।
भीषण चक्रवाती तूफान मोचा (Mocha), जिसे मौसम विभाग ने कैटेगरी पांच स्तर का बताया, वह रविवार को बंगलादेश और म्यांमार के तटों से टकरा गया।
बांग्लादेश की मीडिया के अनुसार 'मोचा' जैसे जैसे खतरनाक होगा, वैसे ही बांग्लादेश का एक द्वीप पानी में डूब जाएगा।
चक्रवाती तूफान 'मोचा' की जो आसमानी तस्वीर यानी सैटेलाइट इमेजी देखी गई, उससे यह पूर्वानुमान है कि यह भारत के पड़ोसी देश में भयानक तबाही मचा सकता है। इस देश के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर ऐहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात Mocha की संभावित तबाही से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठाए हैं और राज्य के निचले तथा तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेज दिया गया है।
भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने पर 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं ।
IMD ने बताया कि 11 मई को चक्रवात मोचा के भयंकर तूफान में बदलने के बाद हवाएं 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इसके 13 मई तक कमजोर पड़ने की संभावना है।
यह गहरे दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। बाद में, धीरे-धीरे 11 मई को यह प्रचंड चक्रवाती तूफान में और 12 मई को दक्षिण पूर्व एवं उससे लगे मध्य बंगाल की खाड़ी के क्षेत्रों में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा।
Cyclone Mocha की वजह से कई राज्यों में बारिश हो रही है और अभी दो दिनों तक बारिश होने की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी दी है।
Mocha Cyclone: मौसम विभाग का कहना है कि 8 से 11 मई तक भारी बारिश के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी के तटीय और सीमावर्ती इलाकों में इस बारिश के आसार बन रहे हैं।
ओसीएचए ने कहा कि चिकवावा में, जो सबसे अधिक विस्थापित लोगों वाले जिलों में से एक है, विश्व खाद्य कार्यक्रम और उसके सहयोगियों ने सभी विस्थापन स्थलों पर सुपर अनाज, मकई और सोया का मिश्रण वितरित किया।
देश के आपदा प्रबंधन मामलों के विभाग ने कहा है कि चक्रवात फ्रेडी से प्रभावित मलावी में और शव बरामद किए गए हैं, जिससे मरने वालों की संख्या कम से कम 438 हो गई है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शनिवार को आपदा प्रबंधन मामलों के विभाग के आयुक्त चार्ल्स कालेंबा के हवाले से बताया कि घायलों की संचयी संख्या 918 तक पहुंच गई है।
मलावी नेता ने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से अधिक मानवीय समर्थन की आवश्यकता पर फिर से जोर दिया। इस बीच, स्थानीय कारोबारियों ने चक्रवात से प्रभावित निवासियों की सहायता के लिए 1.5 मिलियन डॉलर तक जुटाने का संकल्प लिया है।
तूफान की वजह से मकान ध्वस्त होने और भूस्खलन की घटना हुई जिनके मलबे में कई लोग फंस गए। तूफान की वजह से अवसंरचना को नुकसान पहुंचा है और कई सड़के बह गई हैं और कई पुल गिर गए हैं। करीब 33 हजार लोगों को बोइनी क्षेत्र में अपना घर छोड़ना पड़ा है।
US Bomb Cyclone: अमेरिका में बम चक्रवात ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी गई है। इसकी वजह से ठंड तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां आगे हालात और बिगड़ने के आसार हैं। अभी तक 60 लोगों की मौत हो गई है।
देश के उत्तरी राज्यों में कोहरा छाया रहेगा। वहीं पहाड़ी राज्यों यानी जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश के आसार मौसम विभाग ने जताए हैं। दक्षिण भारत में चक्रवात 'मैंडूस' जरूर कमजोर पड़ गया है, लेकिन इसके असर से आज भी कई इलाकों में बारिश होगी।
तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान ‘मनदौस’ के कारण अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है। सीएम स्टालिन ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की।
IMD ने बताया कि विल्लुपुरम, रानीपेट, तिरुपथुर, वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, चेन्नई और सलेम जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। कंसीहपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में भी शनिवार को भारी बारिश होगी।
संपादक की पसंद