भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी बुधवार दोपहर से शाम के बीच बंगाल की खाड़ी में बने 2020 के पहले महाचक्रवात अम्फान पश्चिम बंगाल के दीघा बीच और बांग्लादेश के हथिया आइलैंड के बीच तट से टकराएगा।
इस रिपोर्ट में आपको चक्रवाती तूफान 'अम्फान' की तस्वीरें और इससे जुड़ी जानकारी मिलेगी। अलग-अलग जगहों की तस्वीरों के अलावा यहां आपको प्रशासन और सरकार द्वारा उठाए गए उन कदमों के बारे में भी पता चलेगा, जो लोगों की सुरक्षा के लिहाज से उठाए गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस एन प्रधान ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (NCMC) ने अम्फान चक्रवात की तैयारियों की शनिवार को समीक्षा की और तूफान से प्रभावित होने वाले पश्चिम बंगाल और ओडिशा को तत्काल सहायता देने का निर्देश दिया
महाचक्रवात ‘अम्फान’ के ओडिशा तटों के करीब पहुंचने के साथ ही कुछ हिस्सों में बारिश हुई जबकि राज्य सरकार ने संवेदनशील एवं निचले इलाकों को खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
तूफान के दस्तक देने के दौरान समुद्र से करीब 4 से 6 मीटर ऊंची तूफानी लहरें आने के कारण दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं।
प्रचंड चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ के बांग्लादेश के दक्षिणी तट की ओर बढ़ने के बीच यहां की सरकार ने सोमवार को करीब 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का आदेश दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री आवास पर चक्रवात अम्फान को लेकर एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई थी।
कोरोना संकट के बीच देश में एक बड़े तूफान ने दस्तक दे दी है। देश के कई राज्यों में इस वक्त चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का असर दिख रहा है जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात की समीक्षा के लिए एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई है।
तटो से टकराते वक्त हवाओं की रफ्तार 110-130 किलोमीटर प्रति घंटा संभव
क्रवात ‘अम्फान’ के आसन्न खतरे के चलते राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीम तैनात कर दी हैं।
आईएमडी में चक्रवात की वैज्ञानिक सुनीता देवी ने कहा, "बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी पर चक्रवाती तूफान तीन किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के साथ धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल गया।"
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पिछले 6 घंटे से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भाग और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब तूफान अम्फान का रूप ले चुका है।
मौसम विभाग के मुताबिक 18 मई के बाद चक्रवाती तूफान और घातक होकर प्रचंड चक्रवाती तूफान बन सकता है और 19 तथा 20 मई को यह अति प्रचंड चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।
ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को तटीय इलाके के 12 जिला कलेक्टरों को तैयार रहने को कहा है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान 'अम्फान' घुमड़ रहा है।
उत्तर भारत में इस वर्ष बाढ़ से 1900 लोगों की मौत हो गई और 30 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
ओडिशा में एक सात सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल चक्रवात बुलबुल से हुई क्षति का आकलन करेगी।
चक्रवात बुलबुल से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को भारी नुकसान पहुंचा है। चक्रवात से हुये अनुमानित नुकसान 15,000 करोड़ रुपये से लेकर 19,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।
श्रीनगर से लेकर मनाली तक भारी बर्फबारी हो रही है। भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते ब्लॉक हैं, जिंदगी की रफ्तार थम गई है। वहीं देश के पश्चिम तट पर बुलबुल तूफान ने भयंकर तबाही मचाई है।
तूफान के कारण मृतकों की संख्या अब तक 14 हो गई है। बनर्जी ने राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए एक कार्यबल गठित किया। उन्होंने लोगों से ‘‘सकारात्मक रहने’’ और चक्रवात से प्रभावित लोगों के साथ खड़े रहने की अपील की।
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