ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को तटीय इलाके के 12 जिला कलेक्टरों को तैयार रहने को कहा है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान 'अम्फान' घुमड़ रहा है।
उत्तर भारत में इस वर्ष बाढ़ से 1900 लोगों की मौत हो गई और 30 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
ओडिशा में एक सात सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल चक्रवात बुलबुल से हुई क्षति का आकलन करेगी।
चक्रवात बुलबुल से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को भारी नुकसान पहुंचा है। चक्रवात से हुये अनुमानित नुकसान 15,000 करोड़ रुपये से लेकर 19,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है।
श्रीनगर से लेकर मनाली तक भारी बर्फबारी हो रही है। भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते ब्लॉक हैं, जिंदगी की रफ्तार थम गई है। वहीं देश के पश्चिम तट पर बुलबुल तूफान ने भयंकर तबाही मचाई है।
तूफान के कारण मृतकों की संख्या अब तक 14 हो गई है। बनर्जी ने राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए एक कार्यबल गठित किया। उन्होंने लोगों से ‘‘सकारात्मक रहने’’ और चक्रवात से प्रभावित लोगों के साथ खड़े रहने की अपील की।
चक्रवात के कारण हवाएं 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगीं जिसके कारण अधिकारियों को 21 लाख से अधिक लोगों को निचले इलाकों से बाहर निकालना पड़ा।
चक्रवात ‘बुलबुल’ के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले सप्ताह उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा रद्द करने का फैसला किया है। वह सोमवार को नामखाना और बक्खाली के आस-पास प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगी।
बांग्लादेश में रविवार को चक्रवात ‘बुलबुल’ के कारण दो लोगों की मौत हो गई और इस चक्रवात से होने वाली तबाही की आशंका के मद्देनजर निचले इलाकों में रह रहे 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चंड चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' की वजह से ओडिशा सहित पश्चिम बंगाल में 3 लोगों के मारे जाने की खबर है।
चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण हुई भारी बारिश से पश्चिम बंगाल के तट पर पेड़ उखड़ गए जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गयी और यातायात बाधित रहा। अधिकारियों ने यह सूचना दी।
चक्रवात 'बुलबुल' के रविवार तड़के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराने का अनुमान है, जिसके चलते तटीय इलाकों में भारी बारिश और 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
बांग्लादेश के खिलाफ 3 मैचों की T20I सीरीज में बराबरी हासिल करने के भारतीय टीम के इरादों पर पानी फिर सकता है। गुजरात के राजकोट में खेले जाने वाले आज के मैच पर चक्रवाती तूफान 'महा' का खतरा मंडरा रहा है।
बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ओडिशा के तट से टकराने से पहले बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल की ओर मुड़ गया है। पिछले कई घंटे से यह तूफान ओडिशा के तट की ओर बढ़ रहा था।
गंभीर चक्रवाती तूफान 'महा' हो सकता है कि गुजरात तट पर दस्तक नहीं दे और गुरुवार शाम तक कमजोर पड़कर इसके ‘अवदाब’ के रूप में अरब सागर में खत्म हो जाने का अनुमान है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना विक्षोभ बुधवार को गहरे विक्षोभ में बदल गया और जल्द इसके चक्रवात में तब्दील होने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अरब सागर से उठा महा तूफान किसी भी वक्त गुजरात के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। हालांकि ये तूफान कमज़ोर पड़ता जा रहा है लेकिन उसके बावजूद आशंका है कि 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
अगले दो दिनों के दौरान भयंकर चक्रवात ‘महा’ के कारण गोवा के साथ ही तटीय कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्रों के कई हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक निम्न दाब क्षेत्र गंभीर रूप लेते हुए मंगलवार को विक्षोभ में तब्दील हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में उठा यह चक्रवाती तूफान 6 और 7 नवंबर को गुजरात, महाराष्ट्र, दमन एवं दीव तथा दादरा एवं नगर हवेली से टकरा सकता है।
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