आईएमडी ने दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों और सौराष्ट्र क्षेत्र में बुधवार को भारी बारिश होने और अगले दोनों में राज्य में व्यापक स्तर पर बौछार पड़ने का पूर्वानुमान किया है। साथ ही एक ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि सौराष्ट्र के अमरेली, भावनगर, राजकोट जिलों में तथा आणंद, भरूच और अन्य में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के रहने वाले दो मछुआरों की रविवार शाम को बंगाल की खाड़ी में उठे ‘गुलाब’ तूफान की चपेट में आने से मौत हो गई जबकि एक अब भी लापता है।
आईएमडी ने ‘रेड अलर्ट’ (बहुत अधिक वर्षा का संदेश) जारी करते हुए कहा, ‘‘आज रात इसके पश्चिम की ओर बढ़ने तथा उत्तरी आंध्रप्रदेश एवं दक्षिण ओड़िशा तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान 75-85 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक तूफान चल सकता है। रविवार देर शाम यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।’’
आईएमडी ने 27 सितंबर के लिए ओडिशा और तेलंगाना के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। साथ ही तटीय पश्चिम बंगाल के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
पश्चिम बंगाल में यास तूफान प्रभावित इलाकों के 76 हजार से अधिक लोगों ने राज्य सरकार के घर तक राहत योजना के तहत सहायता प्राप्त करने के लिये आवेदन दिये हैं।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव की अगुवाई में एक केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल जाएगी और चक्रवात ‘यास’ से हुए नुकसान का आकलन करेगी।
बार्ज पी 305 और टगबोट वरप्रदा हादसा मामले में ओएनजीसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने तीन एग्जक्यूजिव डायरेक्टर्स को सस्पेंड कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के मुरादाबाद से सांसद एस.टी. हसन ने कहा है कि हाल ही में चक्रवातों और कोविड-19 महामारी के कारण हुई तबाही, मुसलमानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ 'आसमानी आफत' का परिणाम थी।
जिस यास तूफान को लेकर ममता सरकार और मोदी सरकार के बीच राजनीति हो रही है, उसी यास तूफान ने बिहार में एक अलग ही मुसीबत पैदा कर रखी है। इस तूफान की वजह से बिहार के कई इलाकों में दो दिन से बारिश हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में हवाई सर्वेक्षण कर यास तूफान से मची तबाही का जायजा लेने के बाद तत्काल 1 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल के पश्चिम मिदनापुर में चक्रवात यास से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। यहां ‘यास’ से हुई तबाही की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंचीं।
ओडिशा प्रशासन चक्रवात 'यास' से जूझ रहा है, जिसने राज्य में व्यापक तबाही मचाई है। इस बीच तटीय राज्य में 300 से अधिक बच्चों का जन्म हुआ और कुछ परिवारों ने अपने नवजात बच्चों का नाम चक्रवाती तूफान के नाम पर ‘यास’ रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चक्रवाती तूफान ‘यास’ के व्यापक प्रभावों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता की और इस दौरान उन्होंने केंद्र व राज्यों की एजेंसियों से सामान्य जनजीवन जल्द-से-जल्द बहाल करने को कहा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर आएंगे तब वह चक्रवाती तूफान ‘यास’ से हुई तबाही की समीक्षा करने के लिए उनके साथ बैठक करेंगी। बनर्जी ने बताया कि यह बैठक पश्चिमी मिदनापुर जिले के कलाईकुंडा में शुक्रवार को होगी।
भारतीय तटों से टकराने के बाद चक्रवाती तूफान 'यास' भले ही कुछ कमजोर पड़ गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अगले एक-दो दिन में भारी बारिश के रूप में इसका असर पड़ने की प्रबल संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई (शुक्रवार) को ओडिशा और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जमकर कहर बरसाया है। पीएम मोदी चक्रवात यास से हुए नुकसान का जायजा लेंगे।
गुजरात सरकार ने बुधवार को कहा कि राज्य में चक्रवाती तूफान ताउते के प्रकोप के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी करीब 450 गांव बिजली आपूर्ति बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं और यह काम चल रहा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि चक्रवात ‘यास’ के कारण मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से राज्य में कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए और तीन लाख मकान क्षतिग्रस्त हुए।
चक्रवात 'यास' की संभावना और इसको लेकर सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए पूर्व-मध्य रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन अस्थायी तौर पर रद्द किया है।
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान यास कल दोपहर बाद लैंडफॉल करेगा। फिलहाल यह तूफान पिछले 6 घंटे से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
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