एनडीआरएफ ने चक्रवात ‘यास’ के लिए अपनी तैयारियों के तहत ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अब तक की सबसे अधिक टीमों को तैनात किया है।
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान यास कल दोपहर बाद लैंडफॉल करेगा। फिलहाल यह तूफान पिछले 6 घंटे से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
अमित शाह ने कहा कि तूफान के बाद बचाव और राहत का काम जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्यों को मौसम विभाग के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए भी कहा।
भारत में 'यास' चक्रवात के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। बचाव और राहत टीमों को वायुमार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थानों पर भेजा जा रहा है और रक्षा विमानों तथा नौसैनिक पोतों को सतर्क रखने को कहा गया है।
चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) के कारण भारतीय रेलवे ने 25 ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया है। बिहार, बंगाल, केरल, कर्नाटक आने-जाने वाली ट्रेनों पर चक्रवाती तूफान यास का असर पड़ेगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है और वह ‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ के रूप में 26 मई को पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा तटों को पार करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘यास’ (Cyclone Yaas) से निपटने के लिए रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों एवं केंद्र सरकार की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और समुद्री गतिविधियों में शामिल लोगों को समय से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान ‘यास’ में बदलने की संभावना है और उसके 26 मई को पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा तट पर पहुंचने का अनुमान है।
ठाकरे ने चक्रवात के बाद जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को कोंकण में रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिले का दौरा किया और प्राधिकारियों को दो दिनों के भीतर फसलों को हुए नुकसान का आकलन लेने के निर्देश दिए।
सोमवार को अरब सागर में बजरा पी305 के डूबने से मरने वालों की संख्या 11 और शवों की बरामदगी के साथ शुक्रवार को 60 तक पहुंच गई, जबकि नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे से 15 और वाराप्रदा से 11 लापता कर्मियों की तलाश जारी रखी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के 26 मई को यास चक्रवात के ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तट से गुजरने की आशंका जताने के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने 30 में से 14 जिलों को सतर्क कर दिया है।
शक्तिशाली तूफान ताउते के बाद अब देश के पूर्वी तटीय क्षेत्र में 26-27 मई के आसपास चक्रवाती तूफान यास दस्तक दे सकता है और इससे निपटने के लिए एनडीआरएफ ने पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा में अपने दलों की तैनाती शुरू कर दी है।
बचाव दल हादसे में फंसे 261 में से 186 कर्मचारियों को बचा सके हैं, जबकि 37 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी हैं और 38 लोग अभी भी लापता हैं।
अअत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान ताउते कमजोर होकर पूर्वी राजस्थान और इससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश के आसपास एक निम्न दबाव में बदल गए हैं । इसके अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्व की तरफ उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है।
चक्रवात ‘यास’ के 26-27 मई को पूर्वी तट पर पहुंचने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात टाउ टे से प्रभावित गुजरात के लिये 1000 करोड़ रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता की घोषणा की। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 12 घंटे में यह चक्रवात कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा और उत्तर पूर्वी राजस्थान में आगे बढ़ेगा।
गुजरात में चक्रवात ताउते से जुड़ी घटनाओं में कम से कम सात लोगों की जान चली गई जबकि इसकी वजह से तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं, महाराष्ट्र में भी तूफान के कारण 8 लोगों की मौत हुई। इनमें से मुंबई में तीन, ठाणे और पालघर में पांच मौतें हुईं।
गुजरात में चक्रवात ताउते से जुड़ी घटनाओं में कम से कम सात लोगों की जान चली गई जबकि इसकी वजह से तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
तूफान से आम नागरिकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। तूफान और चक्रवात के समय खुद को कैसे सुरक्षित रखें। जानिए।
संपादक की पसंद