क्रवाती तूफान ‘फनि’ से ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है। गर्मी के मौसम में दस्तक देने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य के लगभग 10,000 गांवों और शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत एवं बहाली कार्य शुरू किए गए।
तटीय ओडिशा में चक्रवात फनि की वजह से बारिश और तेज हवाएं चलने के बीच राज्य सरकार ने 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और लोगों से शुक्रवार को घरों में रहने की सलाह दी।
ओडिशा के तट से फनि की टक्कर के साथ ही तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई। भयंकर तूफान के कारण इसके प्रभाव वाले इलाकों में कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं, झोपड़ियां तबाह हो गई है...
चक्रवात ‘फोनी’ के कारण सोमवार शाम तक बहुत भयंकर चक्रवाती तूफान आने की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है।
दक्षिण भारत एक और चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। फानी नाम के इस चक्रवाती तूफान को लेकर मौसम विभाग ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है।
चक्रवाती तूफान देश के पूर्वी तट पर दस्तक दे रहा है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है। फिलहाल यह 17 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
पिछले दो महीने में गाज़ा और तितली के बाद एक और चक्रवाती तूफान देश के पूर्वी तट पर दस्तक दे रहा है। चक्रवाती तूफान पेथाई देश के दक्षिण पूर्वी तट पर अगले 36 घंटों में टकरा सकता है। इसके लिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्य हाई अलर्ट पर हैं।
भारतीय मौसम विभाग केरल और दक्षिण तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की है।
चक्रवात ‘डे’ शुक्रवार की सुबह ओडिशा में गोपालपुर के पास समुद्री तट को पार कर गया, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवाएं चल रहीं हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार से ही ओडिशा के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो रही है वहीं अगले 48 घंटों के दौरान अधिकतर स्थानों पर बारिश और आंधी भी आने की आशंका है।
हकीकत क्या हैं: समुन्दर से भयंकर बवंडर का अलर्ट
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