पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान दाना की वजह से जनजीवन पर भारी असर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज दिन भर भारी बारिश जारी रह सकती है।
एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि कोलकाता एयरपोर्ट से आखिरी फ्लाइट के रवाना होने के बाद टर्मिनल भवन के सभी प्रवेश और निकास द्वारों को सील कर दिया गया है। एयरलाइंस कंपनियों ने एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाया।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा की कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। चक्रवाती तूफान दाना की वजह से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। लोग रेलवे स्टेशन पर इंतजार करते देखे जा रहे हैं।
मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के शुक्रवार तड़के ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच तट से टकराने की आशंका है जिस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात तूफान असना पश्चिम-दक्षिण में ओमान की तरफ बढ़ सकता है। पाकिस्तान ने इस तूफान का नाम 'असना' दिया है। मौसम विभाग ने बताया है कि 1976 के बाद अगस्त के महीने में अरब सागर में बनने वाला ऐसा पहला तूफान है।
केंद्रीय जल आयोग ने कहा है कि असम और मणिपुर में ब्रह्मपुत्र और बराक सहित छह नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण क्षेत्र में कई जिले बाढ़ के खतरे का सामना कर रहे हैं। असम के निमतीघाट में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़कर 85.25 मीटर हो गया है जो इसके खतरे के निशान से 0.29 मीटर ऊपर है जबकि बराक नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है।
बांग्लादेश ग्रामीण विद्युतीकरण बोर्ड के मुख्य अभियंता (योजना और संचालन) विश्वनाथ सिकदर ने बताया कि तटीय इलाकों में पूर्वाह्न नौ बजकर 45 मिनट तक तूफान का प्रभाव जारी रहा। उन्होंने अनुमान लगाया कि प्रभावित क्षेत्रों में कुल मिलाकर लगभग डेढ़ करोड़ लोग बिजली कटौती से प्रभावित हुए।
पश्चिम बंगाल में आधी रात के बाद से ही चक्रवाती तूफान रेमल का कहर देखने को मिल रहा है। लैंडफॉल की प्रक्रिया अगले कुछ घंटे में समाप्त हो जाएगी। हालांकि बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर पेड़ जड़ों से उखड़े पड़े हैं। बता दें कि इस दौरान भारी बारिश भी देखने को मिल रही है।
चक्रवाती तूफान रेमल की सुगबुगाहट तेज हो गई है। रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से यह टकराएगा। इस दौरान 100 किमी प्रतिघंटा से भी अधिक की रफ्तार से हवाओं के बहने की उम्मीद है। साथ ही इस दौरान भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
तमिलनाडु में आए चक्रवाती तुफान मिगजॉम ने भारी तबाही मचाई है। वहीं सीएम स्टालिन ने चक्रवात से प्रभावित लोगों को 6-6 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
चक्रवाती तूफान अति प्रचंड रूप ले सकता है जिसका अलर्ट लगातार मौसम विभाग दे रहा है। कच्छ जिले में भारतीय नौसेना, वायुसेना, थलसेना को स्टैंडबॉय मोड में रखा गया है। बिपरजॉय के असर को देखते हुए रेलवे ने भी पूरी तैयारी की है।
मलावी नेता ने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से अधिक मानवीय समर्थन की आवश्यकता पर फिर से जोर दिया। इस बीच, स्थानीय कारोबारियों ने चक्रवात से प्रभावित निवासियों की सहायता के लिए 1.5 मिलियन डॉलर तक जुटाने का संकल्प लिया है।
चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' का खतरा और बढ़ गया है। यह चक्रवात तमिलनाडु के तट के नजदीक पहुंच चुका है। महाबलिपुरम के करीब के तट को यह पार कर चुका है। आने वाले चंद घंटों में यह तमिलनाडु के तट पर टकरा सकता है। भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। राहत और बचाव के लिए टीमें तैनात हैं।
साइक्लोन 'मैंडूस' के कहर से दक्षिण भारत के कई इलाकें प्रभावित होने की चेतावनी है। चक्रवात के खतरनाक होने के साथ ही कई शहरों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। चक्रवात के कहर के बीच कई राज्यों में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। जानिए पूरी डिटेल।
उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बना कम दबाव वाला क्षेत्र सोमवार को न्यूनतम दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया और यह 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर व उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी।
चक्रवात ‘डे’ शुक्रवार की सुबह ओडिशा में गोपालपुर के पास समुद्री तट को पार कर गया, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवाएं चल रहीं हैं।
Cyclone Ockhi: PM Narendra Modi meets cyclone affected fishermen in Kanyakumari .
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