तेजी से बढ़ते तकनीकी प्रयोग के चलते भारत पर साइबर हमलों में वृद्धि हुई है और निफ्टी-50 की करीब 70 फीसदी कंपनियां हैकरों की दृष्टि से अति संवेदनशील हैं।
हैकर्स पासवर्ड समेत तमाम गोपनीय जानकारियां का डेटा बेच रहे हैं। कैस्परस्काई की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
जितनी अविश्वसनीय गति से डिजिटल इंडिया का प्रसार हो रहा है उसके साथ एक बुराई भी उतनी तेजी से बढ़ रही है और यह साइबर क्राइम ।
देश के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान, देश के दो सरकारी संगठनों और एक शीर्ष आईटी कंपनी की साइबर जासूसों के एडवांस दक्षता प्राप्त समूह द्वारा जासूसी की जा रही है।
साइबर हमलों के बढते मामलों तथा वैश्विक स्तर पर डेटा सुरक्षा प्रयासों में तेजी आने से 35 अरब डॉलर के कारोबारी अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
कंप्यूटर की सुरक्षा से जुड़ी कंपनी सिमानटेक ने कहा साइबर क्रिमिनल भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में छोटी-छोटी कंपनियों को निशाना बना रहे हैं।
सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर फर्म सिमेनटेक का कहना है भारत, अमेरिका और अन्य देशों में इनफार्मेशन चुराने के लिए लोगों को टैक्स कटौती से जुड़े फर्जी ईमेल भेज रहे हैं।
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