गांव के लोगों का कहना है कि आरोपियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से पैसे लिए थे और शिकायत दर्ज होने पर कुछ पैसे लौटाए भी थे। वहीं, उनके परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि कैसे करोड़ों रुपये उनके खाते में आए और निकल गए।
इस गिरोह के सदस्य कम पढ़े लिखे लोगों को अपना शिकार बनाते थे। आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अब तक 1931 लोगों को अपना शिकार बनाया है और लगभग 9 करोड़ रुपये ठगे हैं।
केंद्रीय जांच ब्यूरों यानी सीबीआई ने साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। जांच में पता चला कि इस गिरोह द्वारा 117 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है।
राजस्थान के जोधपुर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के रिटायर्ड मैनेजर को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 84 लाख 50 हजार रुपये की ठगी कर डाली।
गया शहर के बीचों बीच मिर्जा गालिब कॉलेज के समीप एक तीन मंजिला मकान पर साइबर थाना पुलिस की टीम ने छापेमारी की है। इस दौरान साइबर थाना पुलिस के होश उड़ गए।
आरोपियों ने बिना केवाईसी और पते के खाते खोले थे। इन खातों के जरिए 1.12 करोड़ की ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने बैंक के चार कर्मचारियों और उनके साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
इंदौर में एक महिला के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने महिला को डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की चपत लगा दी। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अगर आप एप्पल के प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। सरकार ने एप्पल के कुछ प्रोडक्ट को लेकर अलर्ट जारी किया है। सरकार की तरफ से इन डिवाइसेस पर साइबर अटैक की संभावना जताई गई है। अगर आप अपने पर्सनल डेटा को सेफ रखना चाहते हैं तो आपका सावधान रहने की जरूरत है।
पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी करने के लिए लड़की के साथ एक पूरी टीम है। जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपना शिकार बनाती है।
दिल्ली की शाहदरा साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में चीन के एक नागरिक को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी का नाम फैंग चेनजिन है जिसके तार100 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़े हैं।
केरल पुलिस के त्रिशूर साइबर सेल ने एक ठग का वीडियो शेयर किया है। जिसमें वह ठग नकली पुलिस वाला बनकर लोगों को चूना लगाने की फिराक में था लेकिन उसकी किस्मत इतनी खराब थी कि उसने स्कैम करने के लिए पुलिस को ही वीडियो कॉल कर दिया।
देश की राजधानी दिल्ली से डिजिटल अरेस्ट का एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रोहिणी में रिटायर्ड इंजीनियर से 10 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
सूरत पुलिस ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक मुंबई का रहने वाला है।
पिछले कुछ दिनों से डिजिटल अरेस्ट स्कैम की चर्चा कुछ ज्यादा हो रही है। देश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। आखिर ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है और यह साइबर ठगी के अन्य मामलों से कैसे अलग है?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। भोपाल पुलिस ने समय पर पहुंच कर कारोबारी को बचा लिया और उसके करोड़ों रुपये बच गए।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और दाऊद इब्राहिम की फोटो के साथ टी-शर्ट बेची गई थी। इस पर बवाल मचने के बाद इन टी-शर्ट की बिक्री पर रोक लगाई गई। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
आरोपी पति-पत्नी बिगो लाइव एप के जरिए लड़कों को अपना शिकार बनाते थे और धीरे-धीरे करके पैसे मांगते थे। पुलिस जांच कर रही है कि इन लोगों ने कितनों लड़कों को ठगा है।
WhatsApp अपने ग्राहकों को कई तरह की सर्विस देता है। वॉट्सऐप में अगर आप फोटो वीडियो शेयरिंग करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। वॉट्सऐप पर अगर आप कुछ खास तरह के फोटो-वीडियो को शेयर करते हैं तो आपको जिंदगी भर पछताना पड़ सकता है। आपको इस तरह के कंटेंट को शेयर करने से बचाना चाहिए।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
ठगों ने पीड़ित से कहा कि उसने 25 लाख रुपये जीते हैं, जिन्हें बढ़ाकर 5.6 करोड़ कर दिया गया है। उसे इन पैसों को हासिल करने के लिए सिर्फ 2.91 लाख रुपये जमा करने होंगे।
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