सुरक्षा शोधकर्ता विशेषज्ञों ने बृहस्पतिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि साइबर अपराधी फेसबुक उपयोगकर्ताओं को वायरस के रूप में फर्जी कॉपीराइट शिकायत भेज रहे हैं।
दूरसंचार क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर पंत ने कहा, ‘‘जहां अन्य देशों ने कौन सी कंपनी उसके यहां काम नहीं कर सकती, उसकी काली सूची तैयार की है, तो भारत ने उन कंपनियों की सूची तैयार की, जो भारत में काम कर सकती हैं।’’
मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप अपने बैंक खातों के बारे में कोई भी ब्यौरा दूसरों से शेयर न करें, चाहे फोन पर हो या इंटरनेट पर।
साल 2018 में ITU की तरफ से GCI की तीसरी रिपोर्ट जारी की गई थी उसमें भारत 47वें स्थान पर होता था लेकिन पिछले कुछ सालों से देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के साथ साइबर सुरक्षा पर भी ध्यान दिया गया है
सॉफ्ट लॉन्च के बाद 2 माह में कुल 1.85 करोड़ रुपये की रकम को जालसाजों के हाथों मे जाने से रोकने में सफलता पायी गयी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर धोखाधड़ी से होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 155260 और रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है।
बालाघाट पुलिस ने अंतर्राज्यीय साइबर फ्राड गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस पूरे नेटवर्क में अभी तक 08 लोगो की गिरफ्तारी हुई हैं। जिसमें 300 से अधिक मोबाईल,10 लाख नगद, 30 से ज्यादा बैंक खाते फ्रिज, 75 से अधिक क्रेडिट कार्ड को जप्त किया गया है।
खबर में दावा किया गया था कि एयर इंडिया, बिग बास्केट और डोमिनोज जैसे संगठनों के डेटा में सेंध लगने से एनआईसी के ईमेल खाते और पासवर्ड हैकर के पास चले गए हैं।
अपने जाल में फंसाने के लिए इन कंपनियों ने लोगों को अपने ऐप पर एक घंटा बिताने की एवज में पहले 6 से 10 रुपये दे दिए।
नार्थ डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल ने चार दिन के चेज के बाद चार राज्यो में छापेमारी करके जमानत मिलने के बाद फरार हुए तीन धोखेबाजों को गिरफ्तार कर लिया है।
2020 में साइबर हमलों की घटनाओं में 59 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। कोरोना महामारी क बीच हेल्थेकेयर सेक्टर की बढ़ती भूमिका के बीच सेक्टर पर साइबर हमले भी बढ़े हैं।
भारत में लगभग 52 प्रतिशत संगठनों ने कहा कि वे पिछले 12 महीनों में एक सफल साइबर हमले के शिकार हुए हैं। मंगलवार को जारी एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है।
कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा, लेकिन इसके साथ ही बीते साल में रिमोट एक्सेस प्रोटोकॉल्स के खिलाफ साइबर हमले का सिलसिला भी काफी बढ़ा है।
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, अटैकर्स एक बार फिर से उन एक्सचेंज सर्वरों को निशाना बना सकते हैं, जिनमें वे पहले सेंधमारी कर चुके हैं। इन साइबर हमलों में डेटा चोरी मुख्य मकसद होता है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय ने यह अलर्ट NHAI, NHIDCL और इसके अन्य विंग्स के लिए जारी किया है।
देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच साइबर हमलों मासिक आधार पर तीन गुना से अधिक बढ़त देखने को मिली है। 2021 सोनिकवॉल साइबर थ्रेट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दिसंबर 2020 के दौरान 2.5 करोड़ से अधिक मैलवेयर हमले किए गए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के जामताड़ा जिले में दर्ज साइबर धोखाधड़ी मामले में 66 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
चीन ने पिछले साल 13 अक्टूबर को लद्दाख सीमा पर तनाव के बाद चेतावनी देने के प्रयास के तहत भारत के बिजली संयंत्रों पर साइबर अटैक करने की कोशिश की थी। इसी कड़ी में उसने मुंबई के पावर ग्रिड को निशाना बनाया था।
भारत में सबसे ज्यादा साइबर हमले वित्त एवं बीमा क्षेत्र में दर्ज किए गए, जिसके बाद विनिर्माण और पेशेवर सेवाएं शामिल हैं। अपराधियों ने सबसे ज्यादा रैनसमवेयर का इस्तेमाल किया, इससे लगभग 40 प्रतिशत हमले हुए।
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