ऑनलाइन साइबर फ्रॉड के मामले में आप जितनी जल्दी कदम उठाते हैं आपका पैसा वापस आने की उम्मीद उतनी अधिक होती है और जितनी देर करेंगे पैसा रिकवर करना उतना ही मुश्किल होगा। जब भी फ्रॉड हो तो सबसे पहले आपको इसकी ऑनलाइन कंप्लेन करना चाहिए।
जांच के दौरान टीम को यह पता चला कि आरोपियों ने एक डॉक्टर की मदद से अपने आधार डेटाबेस में पता बदलवाया था जिसने महज 500 रुपये में पता बदलने संबंधी उनके प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर किया था।
मुंबई में एक महिला के पति के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि उन्होंने पिछले महीने का अपना लाइट बिल नहीं भरा है और अगर उन्होंने लाइट बिल नहीं भरा तो उनका बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा। उस मैसेज में एक नंबर भी दिया गया था जिस पर अगर कोई दिक्कत हो तो संपर्क करने की बात कही गई थी।
फिल्म एक्ट्रेस नगमा के खाते से सायबर फ्राड के जरिए ठगों ने हजारों रुपए उड़ा दिए हैं। नगमा से ठगों ने एक सुनियोजित तरीके से ओटीपी मांगा और उनके अकाउंट पर अपना हाथ साफ किया। इस मामले में अभी किसी को पकड़ा नहीं गया है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी ने अनुसार 27 फरवरी से 5 मार्च तक अकेले मुंबई शहर में KYC अपडेट के नाम पर साइबर ठगी के 60 मामले दर्ज करवाए गए हैं, जिनमें रकम लाखों में पहुंच चुकी है। सभी मामलों में एक अनोखी बात यह भी देखी गई की यह फ्रॉड HDFC बैंक के नाम पर किया जा रहा है।
यह जानकार ताज्जुब होगा कि साइबर ठगों ने जिन सेलिब्रिटीज के फर्जी सरकारी पहचान पत्र बनाए, उनमें सचिन तेंदुलकर, आलिया भट्ट, महेंद्र सिंह धोनी, अभिषेक बच्चन, सोनम कपूर, हिमेश रेशमिया, सुनील शेट्टी, ऐश्वर्या राय समेत तकरीबन 20 से ज्यादा हाई प्रोफाइल सेलब्रेटी के नाम शामिल हैं।
नोएडा से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपति ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और उस पर कॉल मिलाई। थोड़ी देर बाद पीड़ित को मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 8 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।
गुजरात में अपने गृहनगर जाने के लिए एक व्यक्ति द्वरा टैक्सी बुक करने की कोशिश की गई। मुंबई पुलिस ने इस मामले पर बताया कि साइबर ठगों द्वारा एक लिंक भेजकर 101 रुपये के पेमेंट को कंफर्म करने को कहा गया।
अब आप ये भूल जाएं कि ये जालसाज अब ओटीपी आधारित तरीकों से पैसे चुराते हैं। क्योंकि अब बाजार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित टूल्स मौजूद हैं जिसके आधार पर अब जालसाज फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं।
फोन के जरिए साइबर फ्रॉड के मामले में बीते कुछ सालों में तेजी देखने को मिली है। इस मुद्दे पर नेटफ्लिक्स पर जामताड़ा नाम की फिल्म भी बनी है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे साइबर फ्रॉड के जरिए लोगों को कई तरीकों से लूटा जा रहा है। टेक्नोलॉजी के दौर में चोर भी एडवांस हो चुके हैं।
दस्तगीर ने कहा था, "यह बहुत चिंताजनक था और इसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या हमारी बिजली वितरण प्रणाली को हैक कर कोई विदेशी हस्तक्षेप किया गया था।"
व्यक्ति अपने और अपनी पत्नी के इलाज के लिए पतंजलि योगपीठ हरिद्वार की वेबसाइट का पता ढूंढ रहे थे और गूगल पर एक नंबर मिला। उन्होंने नंबर डायल किया और योगपीठ में कमरा बुक करने के लिए 15,000 रुपये जमा करने को कहा।
साइबर अपराध के सर्वाधिक मामले अब उत्तर प्रदेश के मथुरा, राजस्थान के भरतपुर और हरियाणा के मेवात से रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
यह चिप ऐसे सफाई से चिपकाई जाती और ऐसी दिखती थी कि किसी को भी नहीं पता चलता कि पैसे आने की जगह रोकी गई है। ऐसे में कैश ड्राइवर से पैसे बाहर नहीं निकलते और अंदर ही रुक जाते थे।
माटुंगा पुलिस की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की, तब उन्हें जानकारी मिली कि जिस मोबाइल से यह ट्रांजेक्शन हुआ है उसी पैसे से दिल्ली के क्रोमा शोरूम से तीन मोबाइल बूक किए गए हैं।
धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
साइबर अपराध के गढ़ के तौर पर कुख्यात हो चुका झारखंड का जामताड़ा जिला ‘पुलिस की पाठशाला’ नामक एक अनूठा अभियान चलाकर इस छवि को दूर करने की कोशिस में लगा है।
पिछले दिनों बात सामने आई थी कि एम्स के सर्वरों पर चीनी हैकरों ने हमला किया था। चीनी हैकरों ने 5 फिजिकल सर्वरों को हैक भी कर लिया था। हालांकि बाद में डाटा को रीट्राइव कर लिया गया है।
ग्रेटर नोएडा में ये शातिर आपराधी अपने आप को एक विदेशी फार्मास्यूटिकल कंपनी का अधिकारी बताते थे और ऐश्वर्या राय समेत कई बॉलीवुड कलाकारों के फर्जी पासपोर्ट को साथ रख लोगों के साथ ठगी और साइबर अपराध करते थे।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
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