यह चिप ऐसे सफाई से चिपकाई जाती और ऐसी दिखती थी कि किसी को भी नहीं पता चलता कि पैसे आने की जगह रोकी गई है। ऐसे में कैश ड्राइवर से पैसे बाहर नहीं निकलते और अंदर ही रुक जाते थे।
माटुंगा पुलिस की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की, तब उन्हें जानकारी मिली कि जिस मोबाइल से यह ट्रांजेक्शन हुआ है उसी पैसे से दिल्ली के क्रोमा शोरूम से तीन मोबाइल बूक किए गए हैं।
धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
साइबर अपराध के गढ़ के तौर पर कुख्यात हो चुका झारखंड का जामताड़ा जिला ‘पुलिस की पाठशाला’ नामक एक अनूठा अभियान चलाकर इस छवि को दूर करने की कोशिस में लगा है।
पिछले दिनों बात सामने आई थी कि एम्स के सर्वरों पर चीनी हैकरों ने हमला किया था। चीनी हैकरों ने 5 फिजिकल सर्वरों को हैक भी कर लिया था। हालांकि बाद में डाटा को रीट्राइव कर लिया गया है।
ग्रेटर नोएडा में ये शातिर आपराधी अपने आप को एक विदेशी फार्मास्यूटिकल कंपनी का अधिकारी बताते थे और ऐश्वर्या राय समेत कई बॉलीवुड कलाकारों के फर्जी पासपोर्ट को साथ रख लोगों के साथ ठगी और साइबर अपराध करते थे।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
मंत्री ने कहा, ''डाटा सुरक्षा महत्वपूर्ण विषय है। इसके लिए प्रधानमंत्री जी ने नयी और समग्र कानूनी रूपरेखा बनाने के संबंध में मार्गदर्शन दिया है। इससे संबंधित दो विधेयक हैं। सदस्य इन पर अपनी राय दें।''
साउथ दिल्ली पुलिस ने साइबर ठगों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें भारतीय और नाइजीरियान नागरिक शामिल हैं।
बता दें कि इससे पहले एक अक्टूबर को आंध्र प्रदेश में विपक्षी तेलुगुदेशम पार्टी का ट्विटर अकाउंट भी हैक हुआ था। हालांकि, इसे बाद में रिस्टोर कर लिया गया। इसके बाद अब YSR कांग्रेस पार्टी का अकाउंट हैक होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं।
अस्पताल का सर्वर नवंबर महीने में भी एक दिन डाउन रहा था। लेकिन डेटा को कोई नकुसान नहीं पहुंचा। इस अटैक को नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर द्वारा कंट्रोल किया गया और गड़बड़ी दूर कर ली गई।
AIIMS Cyber Attack: एम्स का सर्वर हैक होना कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि इसमें किसी दुश्मन देश का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। जिस तरह से एम्स पर यह घातक साइबर अटैक हुआ है, उसके तरीके की प्रारंभिक जांच और पड़ताल के बाद साइबर सुरक्षा एजेंसियों के भी होश उड़ गए हैं।
इससे पहले 23 नवंबर को दिल्ली एम्स की वेबसाइट पर साइबर अटैक हुआ था। जिससे पूरे अस्पताल का सर्वर डाउन हो गया था। पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होते ही मुख्य सर्वर डाउन होने से ऑनलाइन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई थीं।
एक महिला के साथ 13 लाख की ठगी हो गई है। महिला कई दिनों से क्रेडिट कार्ड की लिमिट को लेकर परेशान थी। महिला बैंककर्मी से बात करने के लिए गूगल से नंबर निकाला था।
एम्स के डाटा पर पिछले बुधवार 23 नवंबर को रैनसमवेयर अटैक हुआ था, जिसमें करोड़ों लोगों का डाटा चोरी होने का अनुमान जताया जा रहा है। इस अटैक में एम्स के प्राइमरी और फर्स्ट बैकअप सर्वर करप्ट हो गए थे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली का सर्वर छठे दिन भी डाउन है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा कि हैकर्स ने कथित तौर पर AIIMS दिल्ली से क्रिप्टोकरंसी में अनुमानित 200 करोड़ रुपए की मांग की है।
कंकड़बाग के न्यू चित्रगुप्त नगर निवासी महिला के पति और बच्चों को कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है। पत्रकार नगर थाने में 19 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
AIIMS Cyber Attack: दिल्ली के एम्स अस्पताल का सर्वर सुबह से डाउन है। जिसकी वजह से ओपीडी और नमूना संग्रह सेवाएं प्रभावित हैं। सर्वर पर साइबर हमला होने की आशंका जताई जा रही है।
आपको बता दें कि साइबर फ्रॉड किसी के साथ भी हो सकता है। आप जागरूक रहें ये बहुत जरुरी है। साइबर अपराधी एक नया तरीका मार्केट में लेकर आए हैं। जानते हैं कि इसके बारे में कैसे लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं।
सोशल मीडिया के जरिए महिला की एक युवक से दोस्ती हुई। युवक ने महिला से खुद को ब्रिटेन का रहने वाला बताया। काफी दिनों तक बात हुई। युवक ने कहा कि आपके लिए ब्रिटेन से गिफ्ट भेजा है।
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