फोन के जरिए साइबर फ्रॉड के मामले में बीते कुछ सालों में तेजी देखने को मिली है। इस मुद्दे पर नेटफ्लिक्स पर जामताड़ा नाम की फिल्म भी बनी है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे साइबर फ्रॉड के जरिए लोगों को कई तरीकों से लूटा जा रहा है। टेक्नोलॉजी के दौर में चोर भी एडवांस हो चुके हैं।
व्यक्ति अपने और अपनी पत्नी के इलाज के लिए पतंजलि योगपीठ हरिद्वार की वेबसाइट का पता ढूंढ रहे थे और गूगल पर एक नंबर मिला। उन्होंने नंबर डायल किया और योगपीठ में कमरा बुक करने के लिए 15,000 रुपये जमा करने को कहा।
यह चिप ऐसे सफाई से चिपकाई जाती और ऐसी दिखती थी कि किसी को भी नहीं पता चलता कि पैसे आने की जगह रोकी गई है। ऐसे में कैश ड्राइवर से पैसे बाहर नहीं निकलते और अंदर ही रुक जाते थे।
माटुंगा पुलिस की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की, तब उन्हें जानकारी मिली कि जिस मोबाइल से यह ट्रांजेक्शन हुआ है उसी पैसे से दिल्ली के क्रोमा शोरूम से तीन मोबाइल बूक किए गए हैं।
धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
आपके पास धोखेबाजों की ओर से कॉल आते हैं और पता चलता है कि आपके अकाउंट से धड़ाधड़ पैसे कटने शुरू हो जाते हैं।
यहां हम कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
पुलिस की एक टीम जानकारी के हिसाब से बैंगलोर रवाना हुई। जहां जांच में पता चला कि हैकर अपने बैंक एकाउंट बदलता रहता है और जैसे ही पैसे ट्रांसफर होते वो पैसे विदड्रॉल करके एकाउंट बन्द कर देता था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर धोखाधड़ी से होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 155260 और रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है।
अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने एक व्यवसायी को 7.15 लाख रुपये का चूना लगाने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
कुछ आसान से कदम उठाकर जैसे फोन, एसएमएस, ई-मेल और सोशल मीडिया पर कार्ड डिटेल्स, सीवीवी, एक्सपायरी डेट, ओटीपी, नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग लॉगिन आईडी और पासवर्ड आदि को बताने से बचकर आम लोग अपने धन को सुरक्षित रख सकते हैं।
सरकार ने भी लोगों को सलाह दी है कि वह ऐसे किसी भी अनजान फोन कॉल, एसएमएस या ई-मेल का जवाब देने से बचें।
स्टेट बैंक ऑफ मॉरिशस (एसबीएम) की मुंबई शाखा के साथ साइबर धोखाधड़ी होने का मामला सामने आया है।
RBI धोखाधड़ी के जरिए अवैध रूप से होने वाले इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग ट्रांजैक्शन में ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए जल्द ही अंतिम दिशानिर्देश जारी करेगा।
संपादक की पसंद