इस मामले को लेकर बेंगलुरु पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले खुद को TRAI का अधिकारी बताया और पीड़ित से कहा कि उसके नाम पर खरीदी गई सिम से अवैध काम किए जा रहे हैं।
केंद्र सरकार ने बैंकिंग धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आपको बता दें कि सरकार ने देश में 70 लाख वैसे मोबाइल नंबर बंद कर दिए हैं, जिसके जरिये साइबर फ्रॉड किए जा रहे थे। इसके साथ ही दूसरे कदम भी उठाए हैं।
ऑनलाइन स्कैम और फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है। दूसरसंचार विभाग ने फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए सिम कार्ड खरीदने और बेचने के नए नियम जारी किए हैं। ये नियम 1 दिसंबर से पूरे देश में लागू किए जाएंगे। बता दें कि पहले इस नियम को 1 अक्टूबर 2023 से लागू किया जाना था।
रायपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड से लोगों को बचाने और उनको जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया है। इसके तहत रायपुर पुलिस ने साइबर रावण तैयार किया है। इस रावण का कहना है कि लोगों की अज्ञानता है उसकी ताकत है।
देशभर में हो रहे इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड के बीच सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र 2 चलाया। इस मिशन के तहत सीबीआई ने 11 राज्यों के लगभग 76 ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में सीबीआई ने बतौर डिजिटल सबूत कई चीजों को जब्त किया है।
लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, साइबर क्राइम (Cyber Crime) में 77.41 प्रतिशत के साथ ऑनलाइन फाइनेंसियल फ्रॉड सबसे ज्यादा हो रहे हैं।
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) एक ऐसा फीचर है जिससे एक यूजर अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंट को सिक्योर कर सकता है। 2FA को इनेबल करने के बाद अगर किसी को आपके अकाउंट का पासवर्ड भी पता हो जाता है तो वह उसे एक्सेस नहीं कर पाएगा।
दानी-डाटा (Dani Data App) फ्रॉड का मामला जोरो पर हैं। सोशल मीडिया पर इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इस ऐप को एक चीनी नागरिक ने बनाया और गुजरात में बैठकर देशभर के लोगों से 1400 करोड़ रुपये ठग लिए। इस दावे में कितनी सच्चाई है ये हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे।
साइबर टास्क फ्रॉड चीन में बैठे सरगना चला रहे हैं। जांच के दौरान पता चला कि लोगों को घर बैठे पैसे कमाने का लालच दिया गया। इसमें सोशल मीडिया पर वीडियो लाइक, रिव्यू और सब्सक्राइब करने का टास्क दिया गया।
वारासिवनी स्थित एचडीएफसी बैंक संदेह के घेरे में आ गई है। युवकों ने बैंक स्टेटमेंट निकाल कर देखा तो वे भी हैरान है कि जिस खाते की उन्हें जानकारी नहीं और कोई लेन-देन नहीं किया फिर भी करोड़ो का लेन-देन कैसे हो गया।
शिकायत के अनुसार, बैंक अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
मुंबई पुलिस ने एक ऐसे ही साइबर ठगी का काम करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह का मास्टर माइंड खुद को मात्र 12वीं पास बता रहा है लेकिन उसकी रोजाना की इनकम 5 करोड़ रुपये से अधिक है। रोजाना 5 करोड़ से अधिक की रकम का वह लेन देन करता है।
टिंडर तो आप जानते ही होंगे। एक डेटिंग ऐप जिसके जरिए लोग अपने लिए परफेक्ट पार्टनर की तलाश वर्चुअल वर्ल्ड में करते हैं। कई बार अपने लिए परफेक्ट पार्टनर की तलाश ही लोगों पर भारी पड़ जाती है।
ऑनलाइन साइबर फ्रॉड के मामले में आप जितनी जल्दी कदम उठाते हैं आपका पैसा वापस आने की उम्मीद उतनी अधिक होती है और जितनी देर करेंगे पैसा रिकवर करना उतना ही मुश्किल होगा। जब भी फ्रॉड हो तो सबसे पहले आपको इसकी ऑनलाइन कंप्लेन करना चाहिए।
जांच के दौरान टीम को यह पता चला कि आरोपियों ने एक डॉक्टर की मदद से अपने आधार डेटाबेस में पता बदलवाया था जिसने महज 500 रुपये में पता बदलने संबंधी उनके प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर किया था।
मुंबई में एक महिला के पति के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि उन्होंने पिछले महीने का अपना लाइट बिल नहीं भरा है और अगर उन्होंने लाइट बिल नहीं भरा तो उनका बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा। उस मैसेज में एक नंबर भी दिया गया था जिस पर अगर कोई दिक्कत हो तो संपर्क करने की बात कही गई थी।
फिल्म एक्ट्रेस नगमा के खाते से सायबर फ्राड के जरिए ठगों ने हजारों रुपए उड़ा दिए हैं। नगमा से ठगों ने एक सुनियोजित तरीके से ओटीपी मांगा और उनके अकाउंट पर अपना हाथ साफ किया। इस मामले में अभी किसी को पकड़ा नहीं गया है।
यह जानकार ताज्जुब होगा कि साइबर ठगों ने जिन सेलिब्रिटीज के फर्जी सरकारी पहचान पत्र बनाए, उनमें सचिन तेंदुलकर, आलिया भट्ट, महेंद्र सिंह धोनी, अभिषेक बच्चन, सोनम कपूर, हिमेश रेशमिया, सुनील शेट्टी, ऐश्वर्या राय समेत तकरीबन 20 से ज्यादा हाई प्रोफाइल सेलब्रेटी के नाम शामिल हैं।
गुजरात में अपने गृहनगर जाने के लिए एक व्यक्ति द्वरा टैक्सी बुक करने की कोशिश की गई। मुंबई पुलिस ने इस मामले पर बताया कि साइबर ठगों द्वारा एक लिंक भेजकर 101 रुपये के पेमेंट को कंफर्म करने को कहा गया।
अब आप ये भूल जाएं कि ये जालसाज अब ओटीपी आधारित तरीकों से पैसे चुराते हैं। क्योंकि अब बाजार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित टूल्स मौजूद हैं जिसके आधार पर अब जालसाज फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं।
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