Cyber Crime Helpline Number: सरकार ने साइबर फ्रॉड को रिपोर्ट करने के लिए 4 डिजिट का नया नेशनल हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। साइबर अपराध की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।
ठगों ने पीड़ित से कहा कि उसने 25 लाख रुपये जीते हैं, जिन्हें बढ़ाकर 5.6 करोड़ कर दिया गया है। उसे इन पैसों को हासिल करने के लिए सिर्फ 2.91 लाख रुपये जमा करने होंगे।
पिछले कुछ समय में साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन स्कैम के मामले तेजी से बढ़े हैं। फ्रॉड के मामलों में लगाम लगाने के लिए अब एंटिवायरस बनाने वाली दिग्गज कंपनी क्विल हिल ने बड़ा कदम उठाया है। क्विक हिल ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सैल टूल लॉन्च किया है। यह टूल कई तरह से यूजर्स की सेफ्टी करता है।
साइबर जालसाज आपको शेयर बाजार में 30-50 प्रतिशत तक के रिटर्न का लालच देने की कोशिश कर सकते हैं और आपको एक फर्जी वेबसाइट पर आने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
साइबर ठगों ने साइंटिस्ट से कहा कि जिस केस में वह फंसे हैं, उसमें पुलिस अधिकारी और बैंक कर्मचारी भी मिले हुए हैं। इसलिए उन्हें कॉल करने की कोशिश न करें।
देश में साइबर अपराध के मामले दिनों दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों और उनके नाम पर की गई ठगी का भी उदाहरण दिया गया है। साथ ही एक कमेटी बनाने की मांग की गई है।
साइबर फ्रॉड के लिए अपराधियों ने ऐसे तरीके खोज निकाले हैं जिनके बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी ही नहीं है। और इसी बात को फायदा उठाकर साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। आज हम आपको ऐसे कई तरीकों के बारे में बताने वाले हैं।
डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा शब्द है जो कानून में नहीं है। लेकिन अपराधियों के इस तरह के बढ़ते अपराध की वजह से इसका उद्भव हुआ है। पिछले तीन महीने में दिल्ली-एनसीआर में 600 मामले ऐसे आए हैं, जिनमें 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है।
अपने क्रेडिट कार्ड पासवर्ड को नियमित रूप से बदलना आपकी वित्तीय जानकारी की सुरक्षा का एक इफेक्टिव तरीका है। हालांकि बार-बार अपना पासवर्ड बदलना असुविधाजनक लग सकता है, लेकिन ऐसा न करने के साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ सकता है।
पिछले कुछ समय में साइबर प्रॉड और ऑनलाइन स्कैम के कई सारे मामले सामने आए हैं। साइबर क्रिमिनल्स लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब ठगों ने Scratch Card Scam नाम का एक नया तरीका अपनाया है।
साइबर फ्रॉड के मामलों को देखकर ये तो साफ हो गया है कि इसके जाल में सिर्फ छोटे शहरों में रहने वाले कम पढ़े-लिखे लोग ही नहीं बल्कि दिल्ली-मुंबई में रहने वाले पढ़े-लिखे प्रोफेशनल्स भी बुरी तरह से फंस रहे हैं। लोगों को साइबर फ्रॉड से सुरक्षा देने के लिए भारत सरकार का गृह मंत्रालय एक हेल्पलाइन नंबर ऑपरेट करता है।
त्योहारों के दौरान लोग शॉपिंग को लेकर काफी एक्साइटेड रहते हैं। ये एक्साइटमेंट इतनी ज्यादा होती है कि लोग कीमतों की तुलना करना भूल जाते हैं और फिर बाद में जब उन्हें ये मालूम चलता है कि जो सामान उन्होंने 1000 रुपये में खरीदा है, वो दूसरी जगह 500-600 रुपये में ही मिल रहा था।
ट्राई ने कहा कि फर्जी कॉल के लिए बल्क कनेक्शन का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें 2 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
Cyber Fraud के बारे में एक नया सर्वे सामने आया है, जिसमें कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे के मुताबिक, साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं।
साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के लिए झारखंड का जामताड़ा शहर मशहूर है। हालांकि, अब देश के कई और राज्यों में नए 'जामताड़ा' बन गए हैं। राजस्थान का एक ऐसा ही इलाका इन दिनों चर्चा में है। इंडिया टीवी और राजस्थान पुलिस की इस मुहिम में हजारों करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड का पता चला है।
राजस्थान पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत जो रेड्स की....उसमें इंडिया टीवी की टीम भी पुलिस के साथ थी....जो अपराधी पकड़े गए...उनकी जो मॉडस ऑपरेंडी सामने आई वो हैरान करने वाली है.....हरियाणा और राजस्थान में फैले मेवात रीजन से रोज़ाना साइबर ठगी के कम से कम पांच सौ मामले सामने आ र
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी में शामिल राशि 13,930 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 26,127 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी के मामलों की संख्या 36,075 हो गई, जो एक साल पहले 13,564 थी।
Cyber Fraud in India: भारत में इस साल तेजी से साइबर फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। I4C की ताजा रिपोर्ट की मानें तो साल के पहले 4 महीने में सैकड़ों करोड़ रुपये की ठगी की गई है। सबसे ज्यादा ठगी के मामले ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर की गई है।
एचडीएफसी बैंक सहित कम से कम पांच भारतीय बैंक हैं, जो मनी म्यूल लेनदेन पर नजर रख रहे हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी विश्लेषण विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक पहले संदिग्ध मनी म्यूल खातों को ब्लॉक करते हैं और फिर जांच शुरू करते हैं।
OTP Scam पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने खास तैयारी कर ली है। सरकार इसके लिए SBI कार्ड और पेमेंट्स सर्विसेज और टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर सॉल्यूशन पर काम कर रही है। यह सॉल्यूशन यूजर की लोकेशन के आधार पर फ्रॉड रोकने में सक्षम होगा।
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