पुणे से साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। कांस्टेबल ने एक लोकल बेकरी में पैसे देने के लिए क्यूआर कोड स्कैन किया और कुछ ही समय में उनके खाते से लाखों रुपये निकाल लिए गए।
ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब स्कैमर्स लोगों को सराकरी नौकरी का झूठा झांसा भी दे रहे हैं। इसके लिए सोशल मीडिया पर फेक विज्ञापन भी जारी किए जा रहे हैं। सरकार ने लोगों को ऐसे विज्ञापन से सतर्क रहने के लिए कहा है।
गांव के लोगों का कहना है कि आरोपियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से पैसे लिए थे और शिकायत दर्ज होने पर कुछ पैसे लौटाए भी थे। वहीं, उनके परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि कैसे करोड़ों रुपये उनके खाते में आए और निकल गए।
इस गिरोह के सदस्य कम पढ़े लिखे लोगों को अपना शिकार बनाते थे। आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अब तक 1931 लोगों को अपना शिकार बनाया है और लगभग 9 करोड़ रुपये ठगे हैं।
पिछले कुछ समय में साइबर फ्रॉड और स्कैम के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब सरकार की तरफ से TRAI के नाम से की जा रही है धोखाधड़ी से देशभर के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को सावधान किया है। सरकार ने TRAI के नाम पर आने वाली धमकी से अलर्ट रहने के लिए कहा है।
केंद्रीय जांच ब्यूरों यानी सीबीआई ने साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। जांच में पता चला कि इस गिरोह द्वारा 117 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है।
राजस्थान के जोधपुर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के रिटायर्ड मैनेजर को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 84 लाख 50 हजार रुपये की ठगी कर डाली।
गया शहर के बीचों बीच मिर्जा गालिब कॉलेज के समीप एक तीन मंजिला मकान पर साइबर थाना पुलिस की टीम ने छापेमारी की है। इस दौरान साइबर थाना पुलिस के होश उड़ गए।
आरोपियों ने बिना केवाईसी और पते के खाते खोले थे। इन खातों के जरिए 1.12 करोड़ की ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने बैंक के चार कर्मचारियों और उनके साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
पिछले कुछ समय में स्पैम कॉल्स और स्पैम मैसेज की बाढ़ सी आ गई है। स्पैम कॉल्स के जरिए अक्सर साइबर क्रिमिनल्स लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। हालांकि जियो ने अपने यूजर्स की बड़ी परेशानी खत्म कर दी है। आप अब आसानी से जियो नंबर पर स्पैम कॉल्स पर रोक लगा सकते हैं।
इंदौर में एक महिला के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने महिला को डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की चपत लगा दी। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जब से इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है तब से अधिकांश लोग डिजिटल पेमेंट ही करते हैं। डिजिटल पेमेंट ने हमारे कई सारे काम को बेहद आसान बना दिया है। अगर आप UPI का इस्तेमाल करते हैं तो बता दें कि यूपीआई को लेकर बड़ा खुलासा किया है। UPI से एक साल में करीब 485 करोड़ का फ्रॉड हुआ है।
आजकल हर कोई इंटरनेट की दुनिया से जुड़ा है। इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। सरकार ने लोगों को साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों से राहत दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने डिजिटल फ्रॉड से जुड़े लाखों मोबाइल नंबर को बंद कर दिया है।
बदमाशों ने 6 घंटे तक विडियो कॉल में रहते हुए व्यापारी को घर में कैद रखा। इस दौरान उससे 10 लाख से ज्यादा पैसे भी लूट लिए।
योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी की कंपनी साइबर ठगी का शिकार हो गई है। दरअसल नंदी के बेटे के नाम पर साइबर ठगों ने 2 करोड़ 8 लाख रुपये कंपनी से लूट लिए हैं।
भोपाल में साइबर अपराधियों ने एक इंजीनियर को अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते हुए उन्हें 6 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि मुझे इस बात का संतोष है कि हमारे प्रदेश के नागरिक भी जागरुक हैं और तत्परता से तुरंत एक्शन होकर हमारी टीम गई और टीम ने जाकर के न केवल जो डिजिटल अरेस्ट कर रहे थे। उनसे पूछताछ की।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि लोगों के फोन पर आने वाली मार्केटिंग कॉल और धोखाधड़ी वाली कॉल से निपटने के लिए एक पूर्ण प्रणाली लागू की गई है।
WhatsApp की तरफ से दावा किया जाता है कि इसमें भेजे जाने वाले सभी तरह के मैसेज पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड होते हैं। इतनी टाइट सिक्योरिटी के बावजूद पिछले कुछ महीने में वॉट्सऐप हैकिंग के कई सारे मामले सामने आए हैं। आइए आपको बताते हैं कि आखिर किन वजहों से वॉट्सऐप अकाउंट हैक हो सकता है।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
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