Rajasthan News: राजस्थान के सिरोही जिले में आबूरोड सदर थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर दोस्ती कर लोगों से ठगी करने वाले एक विदेशी गिरोह का पर्दाफाश किया है।
Michael Calce: हमारे जीवन में कब क्या हो जाए, हमें कुछ नहीं पता होता है। साधारण व्यक्ति भी कभी-कभी असाधारण काम कर दिखाते हैं। ऐसे व्यक्तित्व के बारे में हजारों इतिहास पड़े हैं।
साइबर क्राइम थाना बाहरी उत्तरी जिला बवाना ने भरतपुर से शराब की ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर हो रही धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस शख्स ने शराब की आपूर्ति के नाम पर 200 से अधिक लोगों को ठगा है।
Instant Loan Fraud: दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने इंस्टेंट लोन के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। ये गैंग जिस तरह से काम करता था वो तरीका जिसने भी जाना उसके दिमाग के धागे खुले रह गए।
Jharkhand Crime News: झारखंड के पुलिस अधिकारियों और हाईकोर्ट के जज की फेक प्रोफाइल बनाकर साइबर क्रिमिनल्स आम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। कई लोगों से तो इस नाम पर पैसे ठगे भी जा चुके हैं। साइबर अपराधी अफसरों की फोटो का इस्तेमाल कर फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल से पैसे की मांग कर रहे हैं।
Cyber Crime Workshop: साइबर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए गुरुवार को नोएडा पुलिस ने प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने की। इस कार्यशाला में नॉसकॉम Nasscom और AKS IT Services से आए एक्सपर्ट्स ने पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया।
Cyber Crime: पूरी दुनिया अब इंटरनेट पर टिक चुकी है। आपके दैनिक जीवन का हर काम लगभग इंटरनेट के जरिए हो रहा है। आपके पैसे का लेन देन हो ये सब इंटरनेट से ही हो रहा है। यानी सरल शब्दों में समझें कि डिजिटल ट्रांजैक्शन आप जैसे फोन पर गूगल पर के माध्यम से करते हैं। इस दौर में आसानी से हम अपने काम को तो कर लेते हैं
UP: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध शहर से एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक ये साइबर ठग नामचीन लोगों के नाम से व्हाट्सएप और बिजनेस ग्रुप बनाकर ठगी करते हैं।
प्रशासनिक और वीआईपी लोगों के नाम पर साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। खुद को उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू बताकर एक व्यक्ति वीआईपी सहित कई लोगों को व्हाट्सऐप संदेश भेज रहा है।
उत्तर प्रदेश के बरेली में जिलाधिकारी के नाम पर साइबर ठग द्वारा अधिकारियों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
बिहार में देश का सबसे अत्याधुनिक साइबर फॉरेंसिक लैब-सह-ट्रेनिंग सेंटर बनकर तैयार हो गया है। अगले माह से यह शुरू होगा। इस लैब में 5 लाख से 20 लाख तक की 19 वैसी मशीनें लगाई जा रही हैं जिनका इस्तेमाल देश के बड़े-बड़े साइबर फॉरेंसिक लैब करते हैं।
मुंबई की एक अदालत ने बुल्ली बाई ऐप मामले में तीन विद्यार्थियों की जमानत मंजूर करते हुए कहा कि इन आरोपियों की ‘अपरिपक्व उम्र और नासमझी’ का दुरुपयोग ‘गहरी समझ रखने वाले’ अन्य आरोपी ने किया था।
मुंबई के गोरगांव में साइबर ठगी का मामला सामना आया। शातिर लूटेरों ने एक कंपनी के चेयरमैन को 70 लाख का चूना लगा दिया। शिकायत मिलने पर पुलिस इस मामले की जांच में जुटी और 3 आरोपियों को पकड़ने में कामयाब हुई है। आरोपियों ने बड़ी शातिराना तरीके से इस घटना को अंजाम दिया था।
Maharashtra Crime: पुलिस से निलंबन के बाद पैसे की तंगी से गुजर रहे पुलिसकर्मी द्वारा शेयर मार्केट ट्रेडिंग का काम करने वाले शख्स विनय नाईक के अपहरण की साजिश रचने का मामला सामने आया है। इस अपहरण के मामले में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना स्किम के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गैंग पुलिस के हत्थे लगा है। दिल्ली पुलिस ने ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो सालों से लोगों को रोजगार के नाम पर लूटने का काम कर रहे थे।
साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए फर्जी आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं। बिहार के नवादा, नालंदा, औरंगाबाद जैसे जिलों में साइबर अपराधी सक्रिय हैं।
सुल्ली डील्स ऐप के मास्टरमाइंड को पुलिस लंबे समय से तलाश रही थी। इस मामले को लेकर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने जानकारी दी है कि उस शख्स को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सोमवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने उन्हें "बुली बाई" ऐप के डेवलपर्स के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया था, जिसके बाद इस मामले में ये पहली बड़ी कार्रवाई है। पकड़े गए आरोपी की पहचान एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र के रूप में हुई है।
आने वाले समय में सोशल मीडिया भी लोगों की दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। इसका प्रयोग करने से लोगों को अहम जानकारी मिलने के साथ तरक्की भी हासिल होगी।
भारत में 2020 में साइबर अपराध के 50,035 मामले दर्ज किए गए, जो उसके पिछले वर्ष दर्ज मामलों की तुलना में 11.8 फीसदी अधिक हैं।
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