देश की राजधानी दिल्ली से डिजिटल अरेस्ट का एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रोहिणी में रिटायर्ड इंजीनियर से 10 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
सूरत पुलिस ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक मुंबई का रहने वाला है।
पिछले कुछ दिनों से डिजिटल अरेस्ट स्कैम की चर्चा कुछ ज्यादा हो रही है। देश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। आखिर ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है और यह साइबर ठगी के अन्य मामलों से कैसे अलग है?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। भोपाल पुलिस ने समय पर पहुंच कर कारोबारी को बचा लिया और उसके करोड़ों रुपये बच गए।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और दाऊद इब्राहिम की फोटो के साथ टी-शर्ट बेची गई थी। इस पर बवाल मचने के बाद इन टी-शर्ट की बिक्री पर रोक लगाई गई। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
आरोपी पति-पत्नी बिगो लाइव एप के जरिए लड़कों को अपना शिकार बनाते थे और धीरे-धीरे करके पैसे मांगते थे। पुलिस जांच कर रही है कि इन लोगों ने कितनों लड़कों को ठगा है।
WhatsApp अपने ग्राहकों को कई तरह की सर्विस देता है। वॉट्सऐप में अगर आप फोटो वीडियो शेयरिंग करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। वॉट्सऐप पर अगर आप कुछ खास तरह के फोटो-वीडियो को शेयर करते हैं तो आपको जिंदगी भर पछताना पड़ सकता है। आपको इस तरह के कंटेंट को शेयर करने से बचाना चाहिए।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
ठगों ने पीड़ित से कहा कि उसने 25 लाख रुपये जीते हैं, जिन्हें बढ़ाकर 5.6 करोड़ कर दिया गया है। उसे इन पैसों को हासिल करने के लिए सिर्फ 2.91 लाख रुपये जमा करने होंगे।
अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने 17 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे ठगी करते थे। गिरफ्तार 17 आरोपियों में से 4 आरोपी ताइवान के रहने वाले हैं।
साइबर जालसाज आपको शेयर बाजार में 30-50 प्रतिशत तक के रिटर्न का लालच देने की कोशिश कर सकते हैं और आपको एक फर्जी वेबसाइट पर आने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
साइबर धोखाधड़ी में तेलंगाना सहित देशभर के अलग-अलग हिस्से से 18 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी साइबर धोखाधड़ी की करीब 319 वारदात में शामिल थे।
साइबर ठगों ने साइंटिस्ट से कहा कि जिस केस में वह फंसे हैं, उसमें पुलिस अधिकारी और बैंक कर्मचारी भी मिले हुए हैं। इसलिए उन्हें कॉल करने की कोशिश न करें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज एडीजी स्तर के अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को दिशानिर्देश किए और कुछ मामलों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने चिंता भी व्यक्त की है।
देश में साइबर अपराध के मामले दिनों दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों और उनके नाम पर की गई ठगी का भी उदाहरण दिया गया है। साथ ही एक कमेटी बनाने की मांग की गई है।
अगर आप गूगल प्ले स्टोर से ऐप इंस्टाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। सुरक्षा कंपनियों ने प्ले स्टोर पर एक खतरनाक ऐप की पहचान की है। यह ऐप दूसरे असली ऐप के नाम से मौजूद था और इसने अब तक लाखों की ठगी भी की है। अगर आपके फोन में यह ऐप्लिकेशन मौजूद है तो तुरंत इसे अनइंस्टाल कर दें।
साइबर फ्रॉड के लिए अपराधियों ने ऐसे तरीके खोज निकाले हैं जिनके बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी ही नहीं है। और इसी बात को फायदा उठाकर साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। आज हम आपको ऐसे कई तरीकों के बारे में बताने वाले हैं।
जब से स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा है तब से ऑनलाइन साइबर फ्रॉड और स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। लगभग हर दिन हजारों फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। साइबर फ्रॉड के मामलों पर रोक लगाने के लिए अब केंद्र सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया।
जाने-माने साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत करते हुए कहा कि आज टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग एक अलग लेवल पर पहुंच गया है। पहले हम टेक्नोलॉजी के जरिए साइबर क्राइस होते हुए देखते थे।
दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म जो अपराधों का विशाल अड्डा बन गया था, उसे अंतरराष्ट्रीय टीम ने नष्ट कर दिया है। यूरोपोल ने कहा कि हमने अपराधियों का खेल पूरी तरह खत्म कर दिया है।
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