Google Cyber Attack: गूगल (Google) ने एक ग्राहक पर आए अब तक के सबसे बड़े वेब डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल-ऑफ-सर्विस (डीडीओएस) साइबर हमले को रोक दिया है।
Cyber Crime Workshop: साइबर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए गुरुवार को नोएडा पुलिस ने प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने की। इस कार्यशाला में नॉसकॉम Nasscom और AKS IT Services से आए एक्सपर्ट्स ने पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया।
Cyber Crime: पूरी दुनिया अब इंटरनेट पर टिक चुकी है। आपके दैनिक जीवन का हर काम लगभग इंटरनेट के जरिए हो रहा है। आपके पैसे का लेन देन हो ये सब इंटरनेट से ही हो रहा है। यानी सरल शब्दों में समझें कि डिजिटल ट्रांजैक्शन आप जैसे फोन पर गूगल पर के माध्यम से करते हैं। इस दौर में आसानी से हम अपने काम को तो कर लेते हैं
चीन, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान और अन्य देश भारत को साइबर हमला करके निशाना बना रहे हैं, इन्हीं हमलों से निपटने के लिए भारत अपनी सुरक्षा को बढ़ाने पर काम कर रहा है।
रूस सिर्फ गोला बारूद और मिसाइल से ही नहीं, बल्कि यूक्रेन पर साइबर अटैक भी कर रहा है। जंग के बीच रूस के हैकर्स की टीम साइबर अटैक करके यूक्रेन को कमजोर कर रही है।
बिहार में साइबर ठगों ने लाखों बिजली उपभोक्ताओं का पर्सनल डेटा उड़ा दिया है। ऐसा करके ठगों ने बिजली विभाग में डेटा सुरक्षा में लापरवाही की पोल खोल दी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की जब फिनलैंड की संसद में भाषण दे रहे थे, ठीक उसी समय देश की सरकारी वेबसाइटों को हैक कर लिया गया।
दुनिया की दिग्गज आईटी फर्म एसेंचर बड़े साइबर हमले का शिकार हुई है।
सॉफ्ट लॉन्च के बाद 2 माह में कुल 1.85 करोड़ रुपये की रकम को जालसाजों के हाथों मे जाने से रोकने में सफलता पायी गयी।
खबर में दावा किया गया था कि एयर इंडिया, बिग बास्केट और डोमिनोज जैसे संगठनों के डेटा में सेंध लगने से एनआईसी के ईमेल खाते और पासवर्ड हैकर के पास चले गए हैं।
भारत में लगभग 52 प्रतिशत संगठनों ने कहा कि वे पिछले 12 महीनों में एक सफल साइबर हमले के शिकार हुए हैं। मंगलवार को जारी एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है।
कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा, लेकिन इसके साथ ही बीते साल में रिमोट एक्सेस प्रोटोकॉल्स के खिलाफ साइबर हमले का सिलसिला भी काफी बढ़ा है।
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, अटैकर्स एक बार फिर से उन एक्सचेंज सर्वरों को निशाना बना सकते हैं, जिनमें वे पहले सेंधमारी कर चुके हैं। इन साइबर हमलों में डेटा चोरी मुख्य मकसद होता है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय ने यह अलर्ट NHAI, NHIDCL और इसके अन्य विंग्स के लिए जारी किया है।
देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच साइबर हमलों मासिक आधार पर तीन गुना से अधिक बढ़त देखने को मिली है। 2021 सोनिकवॉल साइबर थ्रेट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दिसंबर 2020 के दौरान 2.5 करोड़ से अधिक मैलवेयर हमले किए गए हैं।
चीन ने पिछले साल 13 अक्टूबर को लद्दाख सीमा पर तनाव के बाद चेतावनी देने के प्रयास के तहत भारत के बिजली संयंत्रों पर साइबर अटैक करने की कोशिश की थी। इसी कड़ी में उसने मुंबई के पावर ग्रिड को निशाना बनाया था।
भारत में सबसे ज्यादा साइबर हमले वित्त एवं बीमा क्षेत्र में दर्ज किए गए, जिसके बाद विनिर्माण और पेशेवर सेवाएं शामिल हैं। अपराधियों ने सबसे ज्यादा रैनसमवेयर का इस्तेमाल किया, इससे लगभग 40 प्रतिशत हमले हुए।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में हुए साइबर हमले के लिए रूस के बजाए चीन पर शक जताया है, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री एवं अन्य शीर्ष अधिकारियों ने इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है।
आईबीएम के सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि विकासशील देशों को कोविड-19 के टीके के वितरण के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की योजना से जुड़ी अहम जानकारी चुराने के मंसूबे से की गई एक साइबर सेंधमारी की कोशिश का उन्होंने पता लगाया है।
संपादक की पसंद