सोमवार को ईरान के 70 फीसदी से अधिक गैस स्टेशनों में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। आशंका जताई जा रही है कि ईरान पर बड़ा साइबर हमला हुआ है। ईरान में लगभग 33 हजार गैस स्टेशन हैं।
सैमसंग स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सरकार की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम की तरफ से यह अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट में कुछ सैमसंग यूजर्स से तुरंत अपना स्मार्टफोन अपडेट करने की सलाह दी गई है।
ऑस्ट्रेलिया में अचानक 1 करोड़ से अधिक लोगों की फोन, बैंकिंग और इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से हाहाकार मच गया है। ऑस्ट्रेलिया की मुख्य सेवा प्रदाता कंपनी के अनुसार यह हैकिंग या साइबर हमले का परिणाम है, क्योंकि सभी ज्ञात व अज्ञात परिकल्पनाओं पर उसके इंजीनियर काम कर चुके हैं, मगर इसे ठीक नहीं किया जा सका है।
एप्पल अपने यूजर्स की सेफ्टी और प्राइवेसी का विशेष तौर पर ध्यान रखती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कंपनी आईफोन्स पर प्राइवेसी से जुड़े कई सारे फीचर्स देती है। ऐसा ही एक फीचर है Contact Key Verification का। इस फीचर की मदद से आप पता कर सकते हैं कि कहीं कोई आपका फोन हैक तो नहीं कर रहा ।
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) एक ऐसा फीचर है जिससे एक यूजर अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंट को सिक्योर कर सकता है। 2FA को इनेबल करने के बाद अगर किसी को आपके अकाउंट का पासवर्ड भी पता हो जाता है तो वह उसे एक्सेस नहीं कर पाएगा।
साइबर ठग अब दिल्ली पुलिस के नाम पर लोगों और सरकारी महकमों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। जिसका पर्दाफाश करते हुए दिल्ली पुलिस ने अपनी तरफ से सफाई दी है।
स्मार्टफोन हैकिंग से बचने के लिए हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है। आमतौर पर यह समझ पाना बेहद मुश्किल होता है कि फोन हैक या नहीं। हालांकि कुछ ऐसे कोड्स हैं जिनसे आप स्मार्टफोन हैकिंग का पता करके उसे रोक भी सकते हैं।
हैदराबाद में केवल तीन दिनों में, शहर आयुक्तालयों के तीन साइबर अपराध स्टेशनों ने 15 पीड़ितों की शिकायतें दर्ज की हैं। जिन्होंने एक ही प्रकार के निवेश/पार्ट टाइम जॉब धोखेबाजों के कारण 1.6 करोड़ से ज्यादा रुपये खो दिए हैं।
सीईआरटी ने अकीरा को लेकर जो सलाह दी है उसमें कहा गया है कि यह मेलवेयर विंडोज और लिनक्स ऑपरेटिंग बेस्ड सिस्टम पर आक्रमण कर सकता है। सीईआरटी ने यूजर्स को इस मेलवेयर से सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है।
दुनिया भर में डेटा चोरी, सिस्टम हैकिंग और साइबर फ्राड यूं ही नहीं हो रहा, बल्कि इसके पीछे चीन ने हैकरों की एक बड़ी फौज तैयार कर रखी है। यह बात अमेरिका की एक रिपोर्ट में कही गई है। अमेरिका ने चीन को दुनिया भर में हो रहे साइबर हमलों का जिम्मेदार ठहराया है। इससे चीन बौखला गया है।
शिकायत के अनुसार, बैंक अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
चीन के साइबर हैकरों ने पूरी दुनिया की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। चीनी हैकर इतने अधिक हाईटेक हो गए हैं कि अमेरिका भी इनकी काट अभी तक नहीं ढूंढ़ पाया है। चीन में हैकरों की विशाल फौज तैयार हो चुकी है, जिसका मुकाबला करना अमेरिका समेत किसी भी देश के वश की बात नहीं है।
ब्रिटेन ने रूस पर एक ऐसी गंभीर आशंका जाहिर की है, जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है। ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को दावा किया कि रूसी हैकर ब्रिटेन के अहम बुनियादी ढांचे को "बाधित या नष्ट" करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
गृह मंत्रालय ने वसंत कुंज में DLF मॉल के अंदर एक Adidas स्टोर की एक फोटो साझा की, जिसमें खरीदारों को अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड लेनदेन से सावधान रहने की चेतावनी दी गई।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी ने अनुसार 27 फरवरी से 5 मार्च तक अकेले मुंबई शहर में KYC अपडेट के नाम पर साइबर ठगी के 60 मामले दर्ज करवाए गए हैं, जिनमें रकम लाखों में पहुंच चुकी है। सभी मामलों में एक अनोखी बात यह भी देखी गई की यह फ्रॉड HDFC बैंक के नाम पर किया जा रहा है।
पिछले दिनों बात सामने आई थी कि एम्स के सर्वरों पर चीनी हैकरों ने हमला किया था। चीनी हैकरों ने 5 फिजिकल सर्वरों को हैक भी कर लिया था। हालांकि बाद में डाटा को रीट्राइव कर लिया गया है।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
बता दें कि इससे पहले एक अक्टूबर को आंध्र प्रदेश में विपक्षी तेलुगुदेशम पार्टी का ट्विटर अकाउंट भी हैक हुआ था। हालांकि, इसे बाद में रिस्टोर कर लिया गया। इसके बाद अब YSR कांग्रेस पार्टी का अकाउंट हैक होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं।
अस्पताल का सर्वर नवंबर महीने में भी एक दिन डाउन रहा था। लेकिन डेटा को कोई नकुसान नहीं पहुंचा। इस अटैक को नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर द्वारा कंट्रोल किया गया और गड़बड़ी दूर कर ली गई।
AIIMS Cyber Attack: एम्स का सर्वर हैक होना कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि इसमें किसी दुश्मन देश का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। जिस तरह से एम्स पर यह घातक साइबर अटैक हुआ है, उसके तरीके की प्रारंभिक जांच और पड़ताल के बाद साइबर सुरक्षा एजेंसियों के भी होश उड़ गए हैं।
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