पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद बनी असमंजस की स्थिति और नेतृत्व के संकट को खत्म करने की कोशिश करते हए कांग्रेस ने 10 अगस्त को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है।
आज बुधवार को एकदिवसीय दौरे में अमेठी में पहुंच रहे हैं राहुल गांधी लेकिन उससे पहले ही अमेठी में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है।
जनार्दन द्विवेदी ने पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल उठाए और लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार का कारण भीतरी बताया, उन्होंने कहा कि पार्टी में कई ऐसी बातें हुईं जिनसे वे सहमत नहीं थे
राहुल गांधी ने कहा कि वह अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं है। CWC को जल्द कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करना चाहिए।
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफों के शुरू हुए दौर के तहत शनिवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान के सह-प्रभारी तरुण कुमार, बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान में प्रदेश कॉर्डिनेशन समिति के सदस्य अनिल शर्मा और कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने इस्तीफा दे दिया।
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश के विरोध में पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया, हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस पार्टी में संपर्क विभाग के इंचार्च रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में मिली हार को पार्टी में संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है और पार्टी के ओवरहाल के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर भी तमाम नेता नाखुश हैं और उनका कहना है कि वह दिसंबर में ही तीन राज्यों में मिली जीत को भुनाने में नाकामयाब रहे हैं। नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने गलत मुद्दों पर वक्त खराब किया।
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद इस पर मंथन करने के लिए शनिवार को हो रही कांग्रेस कार्यकारिणी समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की।
कांग्रेस की एक जनसभा में गांधी ने यह भी कहा कि एक तरफ हर जगह नफरत फैलाई जा रही है और लोगों को बांटा जा रहा है तथा दूसरी तरफ यह सरकार 15 सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचा रही है।
कांग्रेस आज 58 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में अपनी कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक कर लोकसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूंका।
पिछले कुछ वर्षों में गुजरात की राजनीति में तेजी से उभरे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनावपूर्ण हालात को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बृहस्पतिवार को प्रस्तावित बैठक स्थगित कर दी है।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने मंगलवार को आह्वान किया कि ‘बंटवारे, भय और घृणा का वातावरण पैदा करने वाली’ मोदी सरकार के खिलाफ ‘नया स्वतंत्रता संग्राम’ शुरू किया जाएगा।
कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की एक विस्तारित बैठक में राहुल गांधी को गठबंधन पर अंतिम फैसला करने के लिए अधिकृत किया गया है। बैठक में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
कांग्रेस कार्यकारिणी (CWC) की बैठक के बाद अमरिंदर ने पत्रकारों से कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए गठजोड़ के बारे में पार्टी की तरफ से राष्ट्रीय स्तर पर फैसला किया जाएगा और पार्टी की प्रांतीय इकाइयां उसी फैसले को अपनाएंगी।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के लिए अधिकृत किया।
सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस में द्विवेदी संगठन महासचिव की भूमिका होते थे। इसी तरह दिग्विजय सिंह, मिस्त्री और प्रकाश की भी अहम भूमिका थी। पार्टी सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने पुरानी और नयी पीढ़ी के नेताओं को साथ लेकर कार्य समिति में संतुलन बनाने की कोशिश की है।
राहुल गांधी वैसे तो पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में सीडब्ल्यूसी की अगुवाई करते रहे हैं किन्तु पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनकी यह पहली बैठक थी...
संप्रग 2 सरकार में कथित भ्रष्टाचार मनमोहन सिंह सरकार की हार का एक कारण रहा। सूत्रों ने बताया कि बैठक में सिंह के खिलाफ मोदी की टिप्पणी को लेकर सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच चल रही बयानबाजियों से पैदा हुई स्थिति पर भी चर्चा की जाएगी।
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