कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के ‘नवसंकल्प चिंतन शिविर’ से पहले सोमवार को पार्टी नेताओं से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पार्टी के मंचों पर आलोचना जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि आम कांग्रेसजन का आत्मविश्वास एवं हौंसला टूट जाए।
सिब्बल ने कहा था कि गांधी परिवार को हट जाना चाहिए और किसी अन्य नेता को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए।
कांग्रेस कार्य समिति ने रविवार को हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर पांच घंटे से अधिक लंबी चर्चा की। बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी भूमिका से 'पीछे हटने' की पेशकश की, लेकिन पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले पदाधिकारियों ने उनका प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया।
अशोक गहलोत के मुताबिक, ‘‘आज राहुल गांधी अकेले व्यक्ति हैं, जो दमखम के साथ नरेंद्र मोदी जी का मुकाबला कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी जी को भी राहुल गांधी जी को टार्गेट करके ही अपना भाषण शुरू करना पड़ता है और उसका अंत करना पड़ता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को होने वाली सीडब्ल्यूसी की बैठक में गांधी परिवार के सभी सदस्य (सोनिया, राहुल और प्रियंका) अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के इस्तीफे पर प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्थिति साफ कर दी है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार शाम चार बजे सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।
सोनिया गांधी एक बार फिर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के 136वं स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को दिए संदेश में कहा कि देश के सेकुलर ढांचे पर हमला हो रहा है। सोनिया ने कहा कि ऐसी ताकतें जिनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं है वो लोग इतिहास में बदलाव करके अपना रोल ढूंढने में लगी हैं। सोनिया ने कहा कि ऐसी ताकतें देश में नफरत और बैर फैला रही हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि अराजक तत्व अपनी राजनीति के लिए किसानों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं पर निशाना साधा। जी-23 के असंतुष्ट नेताओं को नसीहत देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं और मुझसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान एक बार फिर राहुल गांधी को मिल सकती है। पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे।
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी। आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए।
‘जी 23’ गुट के नेताओं के बगावती सुर और राज्यों में कांग्रेस में हो रही लड़ाई का समाधान निकालने के लिए भी ये बैठक हो रही है। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष और संगठन चुनाव के मुद्दे पर मंथन किया जा सकता है।
CWC की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं।
के सी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 16 अक्टूबर को सुबह 10 बजे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय 24 अकबर रोड पर बुलाई गई है, ताकि मौजूदा राजनीतिक हालात, आगामी विधानसभा चुनावों और संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की जा सके।’’
सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर बुधवार को पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराये जाने चाहिए।
कांग्रेस ने एक ‘क्लब हाउस’ संवाद में दिग्विजय सिंह की जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने से संबंधित टिप्पणी को लेकर खड़े हुए विवाद को लेकर शनिवार को उन्हें परोक्ष रूप से नसीहत दी।
कांग्रेस ने अपनी शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद शुक्रवार को कहा कि इस साल जून में उसका नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक गहलोत और आनंद शर्मा के बीच तीखी बहस हो गई।
इंडिया टीवी की विशेष संवाददाता विजय लक्ष्मी को दिए गए एक खास इंटरव्यू में ग़ुलाम नबीं आज़ाद ने कहा कि हम नहीं चाहते थे कि श्रीमती (सोनिया) गांधी के इस्तीफे के बाद कोई तीसरा व्यक्ति पार्टी का अन्तरिम अध्यक्ष बने।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के अगले दिन मंगलवार को पार्टी के असंतुष्टों का कहना है कि उनके लिखे पत्र के कंटेंट पर बैठक में कोई चर्चा ही नहीं हुई।
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