निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 18.04 प्रतिशत बढ़कर 5,676.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में Current account deficit 2018-19 में बढ़कर 68 अरब डॉलर हो गया है।
संसद में सोमवार को पेश की गई 2018-19 की आर्थिक समीक्षा में आयात-निर्यात, विनिमय दर और चालू खाते के घाटे (कैड) जैसे बाह्य क्षेत्र के मोर्चों पर देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत तस्वीर पेश की गयी है।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में मार्च तिमाही में घाटा कम होकर जीडीपी का 0.7 प्रतिशत यानी 4.6 अरब डॉलर रहने के बावजूद पूरे वित्त वर्ष का घाटा बढ़ा।
यापार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में सोने की नरमी सोने के आयात मूल्य में गिरावट का कारण हो सकती है।
सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 69.83 पर कमजोर खुला और दिन में 70.23 तक गिर गया था।
वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) बढ़कर 19.1 अरब डॉलर हो गया, जो कि इसकी पिछली तिमाही में 15.9 अरब डॉलर था
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विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को चालू खाते के घाटे से निपटने के लिए 9 अरब डॉलर की जरूरत है। इसके लिए फिलहाल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जाने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.8 प्रतिशत पर रहेगा। एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोरैप में यह अनुमान लगाया गया है।
महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर सोमवार से हो रहा प्रदर्शन आज मुंबई पहुंच गया जहां शहर को पूरी तरह बंद कराने की कोशिश की गई। आज सुबह शुरू हुआ बंद कुछ जगहों पर हिंसा होने के कारण दोपहर तीन बजे से थोड़ा पहले ही वापस ले लिया गया।
महाराष्ट्र के नवी मुंबई के कलंबोली में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान जमकर हंगामा हुआ। बेकाबू प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े।
सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.5 प्रतिशत का चालू खाते का घाटा (CAD) चिंता की बात नहीं है और सरकार के पास विदेशी कोष की निकासी की वजह से पैदा हुए असंतुलन से निपटने को जरूरी ‘उपकरण’ हैं। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने मंगलवार को यह बात कही।
कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में हाल में हुई बढ़ोतरी से देश के निर्यात पर असर पड़ेगा और चालू खाता घाटा (CAD) बढ़कर GDP (सकल घरेलू उत्पाद) का 2.5 फीसदी तक पहुंच सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोमवार को यह बात कही है।
चीन को पिछले 17 साल में पहली बार किसी तिमाही में चालू खाता घाटा हुआ है। उसे इस साल की पहली तिमाही में चालू खाता में 28.20 अरब डॉलर का घाटा हुआ है।
श का सोना आयात मार्च महीने में 40.31 प्रतिशत गिरकर 2.49 अरब डॉलर रहा, जिससे चालू खाते के घाटे (कैड) में कमी आने की उम्मीद की जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में यह बात सामने आई है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो प्रतिशत पर पहुंच गया है। दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में यह 13.5 अरब डॉलर रहा।
चालू वित्त वर्ष के पहले साढ़े नौ महीने में सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.7 प्रतिशत बढ़ा है, जो राहत देने वाली बात है।
आप यकीन करें या न करें, अरुणाचल प्रदेश के विजॉयगनर कस्बे में रहने वाले लोग एक बोरी सीमेंट के लिए 8,000 रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है।
RBI ने चालू वित्त वर्ष में करेंसी नोटों की प्रिंटिंग के लिए अपने ऑर्डर में कटौती कर दी है। पिछले पांच साल की तुलना में यह ऑर्डर अपने निम्नतम स्तर पर है।
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