आरबीआई ने कहा कि जून तिमाही में शुद्ध सेवा प्राप्तियां (Net services receipts) एक साल पहले के 35.1 अरब डॉलर से बढ़कर 39.7 अरब डॉलर हो गईं। इसके साथ ही कंप्यूटर सर्विसेज, बिजनेस सर्विसेज, ट्रैवल सर्विसेज और ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में बढ़ोतरी देखी गई है।
एक अनुमान के मुताबिक वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में प्रति बैरल 10 अमरीकी डालर की बढोतरी से व्यापार घाटा 12 अरब डालर या सकल घरेलू उत्पाद के 35 बेस प्वाइंट तक बढ़ेगा
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर महीने में 6.77 प्रतिशत घटकर 23 अरब डॉलर रहा। स्वर्ण आयात का असर चालू खाते के घाटे (कैड) पर पड़ता है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में Current account deficit 2018-19 में बढ़कर 68 अरब डॉलर हो गया है।
संसद में सोमवार को पेश की गई 2018-19 की आर्थिक समीक्षा में आयात-निर्यात, विनिमय दर और चालू खाते के घाटे (कैड) जैसे बाह्य क्षेत्र के मोर्चों पर देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत तस्वीर पेश की गयी है।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में मार्च तिमाही में घाटा कम होकर जीडीपी का 0.7 प्रतिशत यानी 4.6 अरब डॉलर रहने के बावजूद पूरे वित्त वर्ष का घाटा बढ़ा।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.8 प्रतिशत पर रहेगा। एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोरैप में यह अनुमान लगाया गया है।
सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.5 प्रतिशत का चालू खाते का घाटा (CAD) चिंता की बात नहीं है और सरकार के पास विदेशी कोष की निकासी की वजह से पैदा हुए असंतुलन से निपटने को जरूरी ‘उपकरण’ हैं। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने मंगलवार को यह बात कही।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो प्रतिशत पर पहुंच गया है। दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में यह 13.5 अरब डॉलर रहा।
नोमुरा के अनुसार, भारत का चालू खाता घाटा (CAD) मौजूदा वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर यानी देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5% रहने का अनुमान है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2016 17 में सोने का आयात 6.88 अरब डालर रहा था
देश का चालू खाता घाटा (CAD) 2017 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5 प्रतिशत हो जाने की आशंका है। नोमुरा की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
अप्रैल-अगस्त अवधि के दौरान सोने का आयात तीन गुना होकर 15.24 अरब डॉलर हो गया है, जबकि 2016-17 की समान अवधि में यह आकंड़ा 5.80 अरब डॉलर था
वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू मांग में तेजी आने की उम्मीद से वर्ष के दौरान चालू खाता घाटा बढ़कर 1.3% हो जाने का अनुमान है जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत था
देश का चालू खाता घाटा (CAD) वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में बढ़कर 3.4 अरब डॉलर रहा है जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 0.6 प्रतिशत के बराबर है।
समाप्त वित्त वर्ष 2016-17 में सोने का आयात 13.5 प्रतिशत घटकर 27.4 अरब डॉलर रह गया। इससे वर्ष के दौरान चालू खाते के घाटे पर अंकुश रखने में मदद मिली है।
भारत का चालू खाते का घाटा (सीएडी) बढ़ने का अनुमान है। नोमुरा के मुताबिक इस साल सीएडी बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.6 प्रतिशत पहुंचने की संभावना है।
भारत का सोना आयात बीते वित्त वर्ष की अप्रैल-फरवरी की अवधि में लगभग 24 प्रतिशत घटकर 23.22 अरब डॉलर रह गया। इससे कैड पर लगाम लगी रहने की उम्मीद है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का चालू खाता घाटा (कैड) 10 अरब डॉलर बढ़कर 30 अरब डॉलर पहुचने की उम्मीद है।
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान करीब 32 प्रतिशत घटकर 17.7 अरब डॉलर रहा। इससे चालू खाते के घाटे पर अंकुश लग सकता है।
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