कई बार लोगों के रुपये को सहेजने के गलत तरीके के चलते नोट खराब हो जाता है, जिसे नोट का अनफिट होना कहते हैं।
आप अपनी जेब में, अलमारी या किसी गुल्लक में पड़े नोट से और रकम पैदा कर सकते हैं। बस आपको अपने नोटों में से कुछ खास किस्म के नोट ढूंडने होंगे। अगर आपके पास किसी खास किस्म के सीरियल नंबर वाले नोट निकले तो आप मालामाल बन सकते हैं।
रिजर्व बैंक 500 की एक गड्डी यानि 1000 नोट को छापने में 2,290 रुपये खर्च करती है। बीते एक साल में महंगाई की सबसे बुरी मार 50 रुपये के नोट पर पड़ी है।
रिसर्चर्स ने नोटों के साथ ही सिक्कों और कार्डों के भी सैंपल लिए और 4 बार वायरस का पता लगाने के लिए टेस्ट किया।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि, मामला 2018 से लटका हुआ है, जिसके लिए कैट ने नियमित रूप से विभिन्न ज्ञापन भेजे हैं लेकिन आश्चर्यजनक रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर दोनों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
2020-21 के दौरान करेंसी-इन-सर्कुलेशन में वर्तमान में हुई वृद्धि 17.2 प्रतिशत है, जो पुराने ट्रेंड्स के अनुरूप है। करेंसी-इन-सर्कुलेशन में लॉन्ग-टर्म एवरेज वृद्धि पिछले 20 सालों के दौरान 15 प्रतिशत रही है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 94.20 रह गया।
4 सत्र की गिरावट में रुपया 0.68 प्रतिशत टूटा है, वहीं आज के कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया
कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.66 के उच्चतम और 73.93 के निचले स्तर पर पंहुचा। वहीं डॉलर इंडेक्स में आज 0.02 प्रतिशत की बढ़त रही है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने और वृद्धि एवं रोजगार के उपायों को प्रोत्साहित करने के लिए जून 2021 में 6.29 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी।
श्रीलंका और चीन के बीच यह समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब श्रीलंका कोविड-19 की वजह से मुश्किल वक्त का सामना कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि भ्रष्टाचार रोधी कानून के प्रावधानों के तहत महज नोट की बरामदगी के आधार पर अपराध साबित करने और आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए आरोप नहीं बनता है।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने रविवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पुष्टि की है कि करंसी नोट कोरोना के संभावित वाहक हो सकते हैं।
विदेशी शेयर बाजार में बढ़त से घरेलू बाजार को मिला सहारा
कारोबार के दौरान डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत बढ़कर 94.72 पर पहुंचा
कारोबार के दौरान रुपया 76.25 रुपये प्रति डॉलर तक गिरा
शुरुआती बढ़त के बाद डॉलर के मुकाबले रुपये में दर्ज हुई गिरावट
डॉलर में आई मजबूती से रुपये में गिरावट देखने को मिली
लॉकडाउन के दौरान करेंसी मार्केट का समय सुबह दस बजे से 2 बजे तक कर दिया गया है
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