चार में से 2 दोषियों यानि विनय और मुकेश ने डेथ वारंट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने दया याचिका दाखिल की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की खंडपीठ ने दया याचिका को खारिज कर दिया है
मंगलवार को चारों दोषियों के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट जारी किया था
समलैंगिक संबंध अपराध है या नहीं इस पर फैसला करते हुए आज सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, समलैंगिकता अब अपराध नहीं है। CJI दीपक मिश्रा ने फैसला सुनाते हुए कहा कि, समलैंगिकों को सम्मान के साथ जीने का पूरा अधिकार है।
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