विश्लेषकों के मुताबिक, इस साल बिटकॉइन की कीमत गिर कर 14,000 डॉलर तक पहुंच सकती है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में अनिश्चितता बढ़ी है। इससे निवेशक डरे हुए हैं और वो बिकवाली कर रहे हैं।
क्रिप्टो को ‘फिएट करेंसी’ बनने की परीक्षा पास करनी अभी बाकी है। फिएट करेंसी सरकार द्वारा समर्थित मुद्रा है।
आरबीआई के अधिकारियों ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी का बैंकिंग प्रणाली पर भी नकारात्मक असर होगा क्योंकि आकर्षक परिसंपत्तियां होने के कारण हो सकता है।
बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी का 11:30 बजे रेट इनवेस्टिंग डॉट कॉम पर 31,956.70 डॉलर का चल रहा है। हालांकि, आज मार्निंग में यह टूटकर 30 हजार के नीचे पहुंच गया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी के दुरुपयोग की आशंका जताते हुए कहा कि भारत इस डिजिटल मुद्रा के नियमन को लेकर सोच-विचार कर निर्णय करेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के जोखिम को कम करने के लिए वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी को नियमित करने की एक सुदृढ़ योजना का सुझाव दिया है।
क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल मुद्राओं का लेनदेन करने वालों के लिए कराधान के पहलू स्पष्ट हो सकेगा।
इस बार जो अहम बदलाव होने जा रहे हैं उसमें क्रिप्टो से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स से लेकर वाहन और दवाएं महंगी हो जाएंगी।
सरकार 1 अप्रैल से क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले पूंजीगत लाभ पर 30 फीसदी की दर से कर लगाना शुरू कर रही है।
जीएसटी अधिकारियों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश लॉटरी, कैसीनो, सट्टेबाजी, जुआ, घुड़दौड़ के समान हैं। इन सभी पर 28 प्रतिशत की दर से जीएसटी वसूला जाता है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित डिजिटल मुद्रा के स्पष्ट लाभ हैं और ‘डिजिटल रुपया’ लाने का फैसला भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सलाह से सोच-समझकर लिया गया है।
बिटक्वाइन की कीमत पिछले सत्र में 39,000 डॉलर के स्तर से नीचे कारोबार करने के बाद आज 43,000 डॉलर के पार चला गया है।
ईथर, एथेरियम ब्लॉकचैन से जुड़ा सिक्का और बाजार पूंजीकरण के मामले में दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी, भी लगभग 12% गिरकर 2,348 डॉलर पर पहुंच गई है। इस बीच, डॉगकोइन की कीमत 15% से अधिक गिरकर 0.11 डॉलर पर आ गई है।
विज्ञापनों में ‘महत्वपूर्ण और जरूरी’ बिंदुओं को दर्शाना होगा। ऑनलाइन डिजिटल संपत्ति में क्रिप्टो या एनएफटी शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा, ''उन्होंने 2017 और 2021 के बीच धोखाधड़ी से अपने खातों में पैसे ट्रांसफर किये, निवेश के मूल्य में लगातार वृद्धि दिखाने के लिए कंपनी की वेबसाइट में हेरफेर किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में क्रिप्टोकरेंसी निवेश पर एक सेमिनार भी आयोजित किया था।''
जालसाज फर्जी निवेश योजनाओं में निवेश करने का आग्रह करने से पहले लक्ष्य यानी निवेशकों के साथ नजदीकी बनाने में महीनों लगाते हैं।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी से पैसा 31 मार्च तक निकाल लेना चाहिए। उससे बाद 30 फीसदी की दर से टैक्स भी देना होगा।
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को आगाह करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ऐसी संपत्तियों का कोई आधार नहीं है।
डिजिटल मुद्रा में भारतीय करेंसी की तरह विशिष्ट अंक होंगे। यह ‘फ्लैट’ मुद्रा से भिन्न नहीं होगी। यह उसका डिजिटल रूप होगा। एक प्रकार से कह सकते हैं।
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