Cryptocurrency and Digital Currency: अगर आप शेयर बाजार से बाहर निवेश के ऑप्शन तलाश रहे हैं तो आपको इन सबके बारे में भी जानना चाहिए। एक समय क्रिप्टोकरेंसी से कई निवेशकों ने अच्छा पैसा बनाया था।
साइबर टास्क फ्रॉड चीन में बैठे सरगना चला रहे हैं। जांच के दौरान पता चला कि लोगों को घर बैठे पैसे कमाने का लालच दिया गया। इसमें सोशल मीडिया पर वीडियो लाइक, रिव्यू और सब्सक्राइब करने का टास्क दिया गया।
दुनिया में अधिकांश देश अभी भी क्रिप्टोकरेंसी की वैधता के मुद्दे से जूझ रहे हैं और उस पर स्पष्टता आनी बाकी है। अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने दो एक्सचेंजों-बाइनेंस और क्वोइनबेस पर बड़ी कार्रवाई की है।
जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी डॉगकॉइन के भाव में जबरदस्त उछाल की वजह एलन मस्क द्वारा इस क्रिप्टोकरेंसी को खुले तौर पर समर्थन करना है।
बजट 2023 पेश होने से पहले क्रिप्टोकरंसी होल्डर्स की नजरें इस पर टिकी हुई थी। पिछले बजट में इसे लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई घोषणाएं की थी। डिजिटल क्रिप्टो पर सरकार 30% टैक्स और 1% टीडीएस लेती है। क्रिप्टो होल्डर्स इसमें राहत की मांग भी कर चुके हैं।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्यांकन 190 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गया है।
एक रात, एक ट्वीट, एक व्यक्ति, एक कहानी और एक कंपनी... ये सारे एक पल में अपने वजूद को खो बैठे थे। FTX के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड जिन्हें दुनिया का दूसरा वॉरेन बफेट कहा जाता था उन्होनें अपनी 90% से अधिक संपत्ति एक झटके में गवां दी थी। पुलिस के हथकड़ी लगाने के बाद से कंपनी ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।
FTX की कंगाली के पीछे एक भारतीय मूल के व्यक्ति का नाम सामने आया है। निषाद सिंह को बैंकमैन-फ्राइड का करीबी कहा जा रहा है। कंपनी के मालिक ने भी एक गलत ट्वीट के चलते अपनी 94% संपत्ति गवां दी थी।
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
एक रात, एक ट्वीट, एक व्यक्ति, एक कहानी और एक कंपनी... ये सारे एक पल में अपने वजूद को खो बैठे। FTX के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड जिन्हें दुनिया का दूसरा वॉरेन बफेट कहा जाता था उन्होनें अपनी 90% से अधिक संपत्ति एक झटके में गवां दी।
Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
डिजिटल करेंसी भारत में हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। कारण है क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को लेकर सख्ती। लेकिन अब आरबीआई की तरफ से डिजिटल करेंसी पेश करने की बात हो रही है। जाहिर है यह कदम भारत के कई सेक्टर्स को नई दिशा देगा। तो चलिए जानते हैं कि डिजिटल करेंसी क्या होती है और इसके क्या फायदे हैं।
दुनियाभर के निवेशकों को यह नुकसान साइबर फ्रॉड से हुआ है। हालांकि, कुल नुकसान दूसरी तिमाही से 36 प्रतिशत कम है।
WazirX: मौजूदा वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच, क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX ने कथित तौर पर अपने कुल कर्मचारियों में से 40 फीसदी कर्मचारियों को निकाल दिया है।
Digital Currency: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अभूतपूर्व दर से बढ़ा है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत में सात फीसदी से अधिक आबादी के पास डिजिटल करेंसी है।
ED ने पिछले महीने कुछ क्रिप्टो एक्चेंजों को कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और फॉरेन एक्सचेंज के नियमों के उल्लंघन को लेकर समन भेजा था।
आरबीआई ने कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव और भू-राजनीतिक जोखिमों से निपटने की जरूरत होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर है।
धोखेबाज पहले नकली डोमेन बनाते हैं जो वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कॉपी होता है। इसी के जरिये वो फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हैं।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट की वजह वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और महंगाई है।
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