अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में काफी गिरावट देखने को मिली है।
लगातार 7वें दिन रुपए में मजबूती जारी रही। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 35 पैसे सुधरकर 71.12 पर खुला।
पेट्रोल, डीजल की कीमतों में सोमवार को भी कमी आई। आज की इस कटौती के बाद पेट्रोल और डीजल 17 से 20 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है।
देश के पूंजी बाजार में अक्टूबर में भारी निकासी के बाद नवंबर माह में विदेशी निवेशकों का निवेश तेजी से बढ़ा है। नवंबर में अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने करीब 8,285 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
पेट्रोल और डीजल के दाम में राहत का सिलसिला लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। दिल्ली में पेट्रोल का दाम 77 रुपए प्रति लीटर से घटकर 76.91 रुपए लीटर हो गया है
लगातार सुधार की प्रगति बनाए रखते हुए रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 34 पैसे मजबूत होकर 71.97 पर बंद हुआ। यह रुपए का दो महीने का उच्च स्तर है।
गुरुवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में रुपया 24 पैसे मजबूत होकर 72.07 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
महंगे तेल की मार झेल रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है।
कच्चे तेल के प्रमुख उत्पादक देश 2014 की तरह कीमतों में गिरावट आने की आशंका के मद्देनजर तेल उत्पादन में संभावित कटौती को लेकरविचार कर सकते हैं।
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शनिवार को लगातार 20वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की है।
दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के दाम में शुक्रवार को 15 पैसे प्रति लीटर की कटौती दर्ज की गई। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल के दाम में 16 पैसे प्रति लीटर की कमी आई।
अमेरिका ने ईरान के बैंकिंग और पेट्रोलियम क्षेत्र पर यह पाबंदी लागू की है। इसमें ईरान से तेल खरीदने वाले यूरोप, एशिया तथा अन्य सभी देशों और कंपनियों पर भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई का प्रावधान है।
वैश्विक तेल बाजार में आज से नई हलचल का दौर शुरू हो गया है। सोमवार से ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्र के लिए अब तक के सबसे कड़े अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो गए हैं।
पेट्रोल और डीजल के दाम में शनिवार को भी कटौती दर्ज की गई। इस हफ्ते मंगलवार को बढ़ने के बाद पेट्रोल का दाम लगातार चौथे दिन घटा है, जबकि डीजल के दाम में लगातार तीसरे दिन कटौती की गई है।
वैश्विक बाजार में कच्चा तेल के सात महीने के निचले स्तर पर आ जाने तथा विदेशी निवेशकों की लिवाली से शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 31 पैसे मजबूत होकर 73.14 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने नवंबर माह के दौरान कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए ईरान को पहले ही अपना ऑर्डर जारी कर दिया है।
पिछले 8 दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल लगभग 2 रुपए लीटर और डीजल लगभग 1 रुपए लीटर सस्ता हुआ है।
पेट्रोल के दाम में शुक्रवार को लगातार नौवें दिन गिरावट जारी रहने के बाद दिल्ली में भाव 81 रुपए से नीचे आ गया। वहीं, डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन कटौती दर्ज की गई। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल के भाव में नरमी बनी हुई है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा डॉलर के मुकाबले रुपए में सुधार से बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 187 अंक सुधरकर 34,000 अंक के स्तर को पार कर गया।
तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में उछाल के बीच शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 42 पैसे की मजबूती के साथ 73.15 पर पहुंचा।
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