मांग घटने से जुलाई तक देशों के पास तेल रिजर्व 150 करोड़ बैरल तक पहुंचने की संभावना
कोरोना और हॉन्गकॉन्ग को लेकर आमने सामने हैं चीन और अमेरिका
WTI क्रूड बढ़त के साथ 31 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंचा
अतिरिक्त कटौती के बाद सऊदी अरब का उत्पादन 18 साल के निचले स्तर पर पहुंच जाएगा
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से ड्यूटी का बोझ ग्राहकों पर नहीं पड़ा
भारत इस स्थिति का लाभ अपने तेल भंडारों को भरने के लिए कर रहा है ताकि बाद में इसका इस्तेमाल किया जा सके।
मई में कारोबारी गतिविधियों में सीमित छूट के अनुमान से तेल कीमतों पर दबाव जारी
कंपनी के मुताबिक कीमतें इतनी नीचें हैं कि उनसे ऑपरेटिंग कॉस्ट भी नहीं निकल रही
दुनिया भर में जारी लॉकडाउन की वजह से क्रूड कीमतों में गिरावट जारी
फार्मा सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर में तेज गिरावट दर्ज
कोरोना वायरस महामारी के बीच व्यापारियों के पास स्टोर करने के लिए जगह न होने के कारण तेल की कीमतें सोमवार को शून्य से नीचे गिर गईं
दुनिया भर में कच्चे तेल की मांग 30 फीसदी घट चुकी है, जिसका असर कीमतों पर देखने को मिल रहा है।
सोमवार रात को नायमेक्स पर मई वायदा के लिए कच्चे तेल की कीमतों ने निगेटिव डॉलर का निचला स्तर छुआ है, आसान भाषा में इस भाव को देखें तो हर एक ड्रम (बैरल) कच्चे तेल को खरीदने के लिए पैसे देने के बजाय 35 डॉलर मिल रहे हैं
विदेशी वायदा बाजार में WTI क्रूड दो दशक के निचले स्तर पर पहुंचा
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने मांग में 2.9 करोड़ बैरल प्रतिदिन की गिरावट का अनुमान दिया है
देश में 10 दिन की जरूरत पूरा करने लायक तेल के भंडार
सस्ते क्रूड की वजह से सरकार ने भूमिगत तेल भंडार भरने का फैसला लिया है
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और उसके साथियों के उत्पादन में कटौती पर सहमति जताने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से सोमवार को एयरलाइन और तेल विपणन कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई।
तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक और रूस के बीच उत्पादन कटौती के करार से सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन और सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सौद को तेल समझौता करने के लिए शुक्रिया अदा किया है।
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