कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के उछाल के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेल उत्पादकों और उपभोक्ता देशों के बीच भागीदारी के संबंध पर जोर दिया है ताकि वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद मिल सके।
नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद भी भारत को तेल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नवंबर से ईरान पर लागू होने वाले अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच तेल की बढ़ती कीमतों एवं अन्य मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को एक अहम बैठक कर रहे हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि कच्चे तेल के आयात की वजह से देश को काफी ‘आर्थिक संकट’ का सामना करना पड़ रहा है।
बुधवार को रुपया 43 पैसे लुढ़ककर 73 रुपए प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर को पार करते हुए 73.34 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स 550.51 प्वाइंट की भारी गिरावट के साथ 35975.63 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 157.10 प्वाइंट की की जोरदार गिरावट के साथ 10851.20 पर बंद
आठ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की वृद्धि दर अगस्त माह में घटकर 4.2 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले समान माह में 4.4 प्रतिशत थी।
पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी का सिलसिला रविवार को लगातार चौथे दिन जारी रहा।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई तेजी फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल एक बार फिर 22 पैसे महंगा हो गया।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 108 प्वाइंट की बढ़त के साथ 36650 के ऊपर ट्रेड हो रहा है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का कच्चे तेल का भाव 82 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया जो अक्तूबर 2014 के बाद सबसे अधिक भाव है
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में फिर आई तेजी से सोमवार को घरेलू वायदा बाजार में तेल के दाम में जोरदार उछाल आया।
रुपए में गिरावट बढ़ी और यह डॉलर के मुकाबले 44 पैसे की कमजोरी के साथ 72.63 के स्तर पर बंद हुआ
पेट्रोल और डीजल की कीमतें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 10 पैसे और बढ़ गए।
सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में ही 38058.92 का ऊपरी स्तर छुआ है और फिलहाल 206.40 प्वाइंट की बढ़त के साथ 37924.36 पर कारोबार कर रहा है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक दिन वृद्धि न होने के बाद गुरुवार को फिर से ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। आज इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने पेट्रोल की कीमत में 13 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 11 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।
कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि से सभी प्रमुख 19 राज्यों को औसतन 1,513 करोड़ रुपए का राजस्व लाभ होता है।
विपक्षी दलों के भारत बंद के बावजूद आज मंगलवार को लगातार 17वें दिन कीमतें बढ़ा दी गई हैं
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने पिछले पांच कारोबारी सत्रों में पूंजी बाजार से 5,600 करोड़ रुपए की निकासी की है जबकि इससे पहले दो महीनों में उन्होंने लगातार निवेश किया था।
गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपए ने 72.12 का निचला स्तर छुआ है जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है
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