अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया साल के पहले दिन मंगलवार को 34 पैसे बढ़कर 69.43 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
घरेलू मुद्रा ने सोमवार को 18 पैसे की तेजी लेकर साल का अंत किया लेकिन पूरे साल के दौरान इसमें 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर पड़ने से यहां भी अमेरिकी मुद्रा में नरमी रही और डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे मजबूत होकर 69.95 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
कच्चे तेल के दाम में पिछले दिनों आई गिरावट के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी लगातार कम हुई हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बाद भी अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से गुरुवार को अंतर बैंकिंग विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 29 पैसे गिरकर 70.35 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को कारोबार के अंतिम समय में आयातकों की डॉलर मांग आने से रुपए ने अपनी शुरुआती भारी बढ़त गंवा दी।
घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट और महीने के अंतिम दिनों में अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपए में चार सत्रों से चली आ रही तेजी थम गई
घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तेजी और कच्चे तेल की नरमी के बीच निर्यातकों की डॉलर बिकवाली बढ़ने से रुपया आज पांच पैसे की तेजी दर्शाता हुआ 70.39 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की नरमी से भारत के व्यापार घाटे को लेकर चिंता कम होने के बीच रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 112 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 70.44 डॉलर पर बंद हुआ।
डॉलर के अन्य प्रमुख मुद्राओं के आगे मजबूत होने तथा कच्चे तेल के दामों में तेजी के बीच बुधवार को रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 16 पैसे गिरकर एक बार फिर 72.01 से नीचे बंद हुई।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में सोमवार को रुपए की विनिमय दर 50 पैसे की हानि के साथ प्रति डॉलर 71.32 पर बंद हुई।
वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) बढ़कर 19.1 अरब डॉलर हो गया, जो कि इसकी पिछली तिमाही में 15.9 अरब डॉलर था
भारतीय रुपये में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती लौटी और यह 23 पैसे की बढ़त के साथ 70.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
भारत ने कच्चे तेल का भुगतान घरेलू मुद्रा रुपए में करने के लिए ईरान के साथ करार किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोर रुख और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी की वजह से बुधवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3 पैसे मजबूत होकर 70.46 के स्तर पर बंद हुआ।
डॉलर के अन्य प्रमुख मुद्राओं की तलना में मजबूत होने और कच्चा तेल की कीमतों में वृद्धि से मंगलवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 9 पैसे कमजोर होकर 70.55 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
सितंबर में पेट्रोल डीजल की कीमतों में आई तेजी ने सरकार सहित सभी के माथे पर बल ला दिए थे। लेकिन दो महीने में आई क्रूड ऑयल की कीमतों में 30 फीसदी की कटौती ने एक बार फिर सभी को मुस्कुराने का मौका दिया है।
शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे और मजबूत होकर 69.68 पर खुला। इससे पहले गुरुवार को रुपया 69.85 के स्तर पर बंद हुआ था।
देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव रिकॉर्ड उच्च स्तर से 10 रुपए से ज्यादा घटा है। चार अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल 84 रुपए प्रति लीटर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर चला गया था।
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