दिन में स्थानीय मुद्रा की दर एक समय मजबूत होकर 71.28 रुपए प्रति डॉलर तक चली गई थी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते एक महीने में तकरीबन 20 फीसदी की गिरावट आई है, जिसमें सबसे ज्यादा गिरावट पिछले 15 दिनों में आई है। साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार चौथे दिन बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
पेट्रोल और डीजल कीमतों में राहत का सिलसिला जारी
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस सप्ताह लगातार चार दिनों तक कच्चे तेल के दाम पर दबाव बना रहा और इन चार दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का दाम करीब पांच डॉलर प्रति बैरल टूट गया है।
तनावग्रस्त लीबिया से कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है।
सऊदी अरब की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) रिकॉर्ड 29.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
ईरान और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद दुनिया के बाजारों ने राहत की सांस ली है। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान के साथ खुला।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मीडिया को संबोधित करने के बाद विदेशी बाजार में कच्चे तेल और सोने की कीमतों में भारी गिरावत आई है।
ईराक स्थित अमेरिकी बेस पर मिसाइल अटैक की खबरें आते ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें 3.5% बढ़ गई।
खाड़ी क्षेत्र में फौजी तनाव से कच्चे तेल में आग लगी हुई है। कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव सोमवार को एक बार फिर 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है।
डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर सोमवार को प्रारंभिक कारोबार में 31 पैसे नीचे गिर कर 72.11 रुपए प्रति डॉलर पर चल रही थी।
भारतीय शेयर बाजार पर इस सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल का असर देखने को मिलेगा।
नए साल में अब तक देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 31 पैसे जबकि डीजल 44 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांग कांग का हैंग सेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी गिरावट में बंद हुआ।
अमेरिकी हवाई हमले में ईरान गार्ड्स के पूर्व प्रमुख कासिम सुलेमानी की हत्या को लेकर विदेशी बाजारों में कच्चे तेल के दाम नौ महीने की ऊंचाई पर है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 71.22 रुपए प्रति डॉलर पर कमजोर खुला।
नागरिकता संसोधन कानून को लेकर असम में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के चलते राज्य में कच्चे तेल और गैस के उत्पादन में गिरावट आई है। इससे कई जिलों में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर वैश्विक स्तर पर उत्साह से घरेलू शेयर बाजार सोमवार को शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ खुले।
ऐसी आशंका है कि ये आंकड़े निराशाजनक हो सकते हैं और इससे मुद्रा की तेजी पर अंकुश लग सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम बढ़ने से पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी तय है क्योंकि भारत अपनी तेल खपत के लिए मुख्य रूप से आयात पर निर्भर करता है।
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