एक से सात अगस्त के दौरान देश का कच्चे तेल का आयात 141 प्रतिशत बढ़कर 1.80 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वहीं सोने का आयात 12.48 प्रतिशत घट गया।
ब्रेंट क्रूड बीते हफ्ते करीब 6 प्रतिशत लुढ़का था। ये बीते 4 महीने में ब्रेंट के लिये सबसे गिरावट वाला हफ्ता साबित हुआ। इसके साथ ही डब्लूटीआई में बीते हफ्ते 7 प्रतिशत की गिरावट रही है
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने भी गुयाना से अपना पहला कच्चा तेल कार्गो जुलाई 2021 में खरीदा है और यूएस ग्रेड कच्चे तेल की वैकल्पिक खरीद के लिए यूएसए के साथ आवधिक अनुबंध किया है।
सभी मेट्रो शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर का स्तर पार कर चुकी है। लेकिन पिछले चार दिनों से कीमत स्थिर बनी हुई है।
पेट्रोल और डीजल की महंगाई से परेशान आम लोगों को लगातार तीसरे दिन राहत मिली है।
यूएई मई 2022 से प्रति दिन 35 लाख बैरल का उत्पादन कर सकेगा। सऊदी अरब की दैनिक उत्पादन सीमा 1.10 करोड़ बैरल से बढ़ कर 1.15 करोड़ बैरल हो जाएगी।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के ऊर्जा मंत्री सुहैल-अल-मजरूई ने रविवार को कहा कि ओपेक और संबद्ध देशों के बीच ‘पूर्ण करार’ हो गया है। पूर्व में इन देशों के बीच विवाद से तेल की कीमतें प्रभावित हुई थीं।
मांग बढ़ने तथा आपूर्ति कम होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत बढ़कर 75 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर तक चली गयी है जो अप्रैल 2019 के बाद सर्वाधिक है।
मार्च 2021 में डब्ल्यूपीआई मंहगाई दर 7.39 प्रतिशत और अप्रैल 2020 में ऋणात्मक 1.57 प्रतिशत थी। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मंहगाई दर में लगातार चौथे महीने तेजी हुई है।
अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम, जिसके आधार पर रिटेल कीमत तय की जाती है, पिछले कुछ दिनों से नरम बने हुए हैं।
देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अगस्त, 2019 में घोषणा की थी कि ओ2सी कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए अरामको के साथ बातचीत चल रही है।
1869 में निर्मित इस नहर पर इजिप्ट का कब्जा है और मानव-निर्मित इस नहर पर ही इजिप्ट की अर्थव्यवस्था टिकी हुई है। 2020 में इजिप्ट ने स्वेज नहर पर टोल से 5.61 अरब डॉलर का शुल्क प्राप्त किया था।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गया है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, यानि कीमतों में इस दौरान 7 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिर कच्चे तेल में तेजी लौटी। कच्चे तेल के दाम में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 69 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ था।
विधानसभा में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के नियमन पर आम चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक हिमा शांगपलिआंग ने इस बात की जानकारी दी।
साउदी अरब ने कच्चे तेल की कीमतें घटाने के लिए फॉर्मूला दिया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ता मूल्य में बढ़ोतरी हो रही है।
पिछले 13 बार की बढ़त में पेट्रोल 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो गया है। वहीं डीजल में साढ़े 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल चुकी है।
2 दिन की स्थिरता से पहले कीमतों में लगातार 12 दिनों से बढ़त देखने को मिल रही थी। इस दौरान पेट्रोल 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो गया है। वहीं डीजल में करीब साढ़े 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़त देखने को मिल चुकी है।
दिल्ली में 1 जनवरी से अब तक पेट्रोल करीब 4 रुपया महंगा हो गया है। इसी के साथ डीजल भी करीब 4 रुपये की ही बढ़त देखने को मिली है। नए साल में अब तक कीमतों में 14 बार बढ़त दर्ज हो चुकी है। वहीं पिछले एक साल में पेट्रोल 20 रुपये और डीजल 15 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो चुका है।
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