अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया बुधवार को 71.08 रुपए प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित रुख के साथ खुला
सोमवार को रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ प्रति डॉलर 71.18 पर बंद हुआ था।
इससे पहले जून, 2017 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर एक प्रतिशत के निचले स्तर पर रही थी।
अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में निर्यातकों की डॉलर की बिकवाली से सोमवार को रुपया मजबूती के साथ 70.99 प्रति डॉलर पर खुला।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की धन निकासी, घरेलू शेयर बाजार में तेजी तथा अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से रुपए को लेकर धारणा प्रभावित हुई है।
इसके अलावा खुले बाजार परिचालन के जरिये केंद्रीय बैंक द्वारा नकदी प्रवाह बढ़ाने तथा विदेशी उधारी के लिए रिजर्व बैंक की नई नीति का अनावरण करने से रुपए की तेजी को समर्थन प्राप्त हुआ।
ब्रेंट क्रूड भी आज 0.26 प्रतिशत कमजोरी के साथ 60.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
विगत तीन कारोबारी सत्रों में रुपए में कुल 64 पैसे की गिरावट आ चुकी है।
हालांकि विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने की वजह से घरेलू मुद्रा की गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 70.38 रुपए प्रति डॉलर पर मजबूत खुला
मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के ब्यौरे से भविष्य में ब्याज दर में वृद्धि किए जाने को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से डॉलर कमजोर हो गया।
ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 1.75 प्रतिशत बढ़कर 59.75 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 69.83 पर कमजोर खुला और दिन में 70.23 तक गिर गया था।
कच्चे तेल की कीमतों में अचानक तेजी आने से देश की वृहद आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है।
व्यापारियों के मुताबिक निर्यातकों और बैंकों द्वारा डॉलर बिक्री से रुपए की विनिमय दर में यह वृद्धि दर्ज की गई।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया साल के पहले दिन मंगलवार को 34 पैसे बढ़कर 69.43 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
घरेलू मुद्रा ने सोमवार को 18 पैसे की तेजी लेकर साल का अंत किया लेकिन पूरे साल के दौरान इसमें 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर पड़ने से यहां भी अमेरिकी मुद्रा में नरमी रही और डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे मजबूत होकर 69.95 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
कच्चे तेल के दाम में पिछले दिनों आई गिरावट के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी लगातार कम हुई हैं।
संपादक की पसंद