साल के ऊपरी स्तर से 66 फीसदी टूट चुका है ब्रेंट क्रूड
उत्पाद शुल्क बढ़ाने की वजह से पेट्रोल, डीजल के दाम स्थिर रहे
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में 18 साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद रिकवरी आई है। वहीं शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी उठापटक देखने को मिल रही है। गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कच्चा तेल यानी WTI क्रूड का भाव घटकर 20 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया था जो लगभग 18 साल में सबसे कम भाव है।
ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम बुधवार को 28.73 डॉलर प्रति बैरल हो गया। इससे पहले जनवरी 2016 में ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 27.98 डॉलर प्रति बैरल था।
नरम वैश्विक संकेतों के बीच बिचौलियों के सौदे घटाने से सोमवार को वायदा बाजार में कच्चा तेल का भाव 4.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,287 रुपये प्रति बैरल पर आ गया।
सऊदी अरामको के 2019 के शुद्ध लाभ में भारी गिरावट आई है। ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने रविवार को बताया कि बीते साल उसका शुद्ध लाभ 20.6 प्रतिशत नीचे आ गया।
बीपीसीएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अतिरिक्त कच्चे तेल की खरीद की
सोमवार सुबह अंतरराष्ट्रीय बाजार में डब्ल्यूटीआई क्रूड का भाव घटकर 28 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है वहीं ब्रेंट क्रूड का भाव 32 डॉलर के नीचे है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार गिरावट देखी जा रही है। कोरोना वायरस के चलते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 22 प्रतिशत तक गिर गए हैं।
फरवरी के महीने में 1.5 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हुआ पेट्रोल
पेट्रोल और डीजल के दाम में सोमवार को कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन कच्चे तेल में करीब तीन फीसदी की गिरावट आई।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते सप्ताह तेजी लौटी, लेकिन चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण तेल की मांग नरम रहने से कीमतों में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं दिख रही है।
दिन में स्थानीय मुद्रा की दर एक समय मजबूत होकर 71.28 रुपए प्रति डॉलर तक चली गई थी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते एक महीने में तकरीबन 20 फीसदी की गिरावट आई है, जिसमें सबसे ज्यादा गिरावट पिछले 15 दिनों में आई है। साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार चौथे दिन बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
पेट्रोल और डीजल कीमतों में राहत का सिलसिला जारी
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस सप्ताह लगातार चार दिनों तक कच्चे तेल के दाम पर दबाव बना रहा और इन चार दिनों में बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का दाम करीब पांच डॉलर प्रति बैरल टूट गया है।
तनावग्रस्त लीबिया से कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने से सोमवार को तेल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तकरीबन 10 दिनों की ऊंचाई पर चला गया है।
सऊदी अरब की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) रिकॉर्ड 29.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के कारण कच्चा तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
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