ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमले के बाद चिंता जताई गई कि इजरायल का रिएक्शन तेहरान के तेल बुनियादी ढांचे को टारगेट करेगी। अगर ऐसा होता है, तो तेल की कीमतें 3 से 5 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ सकती हैं।
इजरायल पर हमास की तरफ से बीते 7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड वायदा 84 डॉलर प्रति बैरल (Crude oil price) से नीचे।
Inflation Rate Increase: पूरी दुनिया में मंदी की आशंका के बीच महंगाई के मोर्चे पर सरकार फिर से कमजोर पड़ती नजर आ रही है। सऊदी अरब ने ऐलान किया है कि वह मई महीने से तेल उत्पादन में बड़ी गिरावट करने जा रहा है। क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन कम करने से तेल की कीमतें बढ़ेंगी और वह महंगाई को बढ़ाने का काम करेगा।
पिछले एक महीने में क्रूड 13 फीसदी तक सस्ता हो गया है। सस्ते क्रूड ऑयल से 1 महीने में मनाली पेट्रो, स्पाइसजेट के शेयर में 30% तक की तेजी आई है।
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