कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में CRPF की बटालियन पर हुए एक हमले की जिम्मेदारी ली है...
पुलवामा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के दल पर हुए हमले में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं और 3 पुलिसकर्मी घायल हैं। यह हमला मंगलवार तड़के हुआ है। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई है।
हिंसा के मद्देनजर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बुधवार को अपना एक प्रतिनिधि वहां भेज रहा है जो पीड़ितों, मुख्यमंत्री और प्रशासन के लोगों से मुलाकात कर रिपोर्ट सौपेंगे।
शनिवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुए तीन ग्रेनेड हमलों में 4 जवानों समेत पांच लोग घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
जुमे की नमाज़ के बाद जैसे ही सेना की गाड़ी नोहट्टा इलाके से गुजरी सैंकड़ो कायर पत्थरबाज उस पर टूट पड़े और एक पत्थरबाज ने तो साइकिल ही उठाकर सेना की गाड़ी पर दे मारी।
जम्मू-कश्मीर में रविवार की सुबह पत्थरबाजी के चलते CRPF की एक गाड़ी पलट गई। इस दुर्घटना में वाहन में सवार 19 जवान घायल हो गए...
गढ़चिरौली जिले के एक गांव के निवासियों ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने देश के सबसे बड़े नक्सलवाद रोधी अभियान में बीते महीने कम से कम आठ बेगुनाह युवाओं को मार गिराया है।
क्षेत्र में आतंकवादियों के होने की सूचना के बाद राष्ट्रीय राइफल्स, राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह और अर्धसैनिक बलों द्वारा संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेरा, यहां छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी करनी शुरू कर दी।
सुरक्षाबलों को उनके गश्ती कुत्तों के प्रति नये खतरों से चौकन्ना कर दिया गया है।
इन सभी नक्सलियों ने पिछले साल 22 दिसंबर को मोरपल्ली के पास पगडंडी में आईईडी विस्फोट किया था। आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल हो गया था।
इस मुठभेड़ में मारा गया नक्सली कामा क्षेत्र में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। उसके सर पर पांच लाख रूपए का इनाम घोषित था।
नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए कहा है कि दोनों ही मुठभेड़ों में एक भी जवान घायल नहीं हुआ।
मारे गए नक्सलियों पर करीब 1 करोड़ रुपए का इनाम था।
गढ़चिरौली के दौरे पर गए महाराष्ट्र विधायकों का पांच सदस्यीय दल उन नक्सलियों के निशाने पर हो सकता था जिनमें से सोलह को सुरक्षा बलों ने रविवार को मार गिराया था
जम्मू-कश्मीर में आमतौर पर सुरक्षा बलों की वापसी के वक्त कुछ जवानों को सिविल ड्रेस में भेजा जाता है ताकि वो रास्ते की रेकी कर सकें और खबर दें सकें कि रास्ते में कुछ गड़बड़ होने की आशंका तो नहीं है। कल जम्मू-कश्मीर से ही ताल्लुक रखने वाले सीआरपीएफ के रियाज़ अहमद वानी और निसार अहमद वानी नाम के दो जवानों को रेकी के लिए भेजा गया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद की एक समिति को बताया कि पिछले छह वर्षो में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में जवानों की आत्महत्या के करीब 700 मामले सामने आए हैं।
कश्मीर के एक स्थानीय पत्रकार ने ये सारा आंखों देखी वाक्या फेसबुक पोस्ट पर लिख दिया जो देखते ही देखते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद से प्रभावित सुकमा जिले में नक्सवादियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंडमाइन व्हीकल को उड़ा दिया है।
CRPF जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों से और नक्सलवाद प्रभावित राज्यों में माओवादियों से निपटने के लिए उच्च छमता वाले 25 ड्रोन खरीदने वाला है...
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