इन जमीनों का रखरखाव 70-80 साल पहले कुछ पटेल किसानों ने शुरू किया था। लगभग 70 साल पहले सभी जमीन ट्रस्ट के पास आ गई। हालांकि पंचोट गांव और जमीन के दाम बढ़ने के बाद लोगों ने जमीन दान करना बंद कर दिया।
प्रमुख कारोबारी घरानों में समूह के मुखिया लोगों की बेटे-बेटियों के वेतन-भत्तों की बात की जाय तो वे कारोबार में कदम रखते ही करोड़ों में खेलने वाले हैं।
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