झांसी में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। सीएम योगी के आदेश के बाद अधिकारी सर्वेक्षण के लिए तो पहुंचे लेकिन किसानों के फसल के कुल नुकसान का सिर्फ 32 से 33% ही देने की बात कर रहे हैं।
राजस्थान के अनेक इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य के कुछ भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की बरिश हुई।
कुछ माह से प्लांट के अदंर से काला, गंदा और ऑयल युक्त पानी निकलकर खेतों तक जा रहा है, जिससे खड़ी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
जब भारत अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा था और भारत में अनाज का संकट और भूखमरी जैसे हालत बन रहे थे, उस दौरान एमएस स्वामीनाथन ने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने का काम किया। एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक भी कहा जाता है।
बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसल बर्बाद हो जाने के कारण आप सरकार से मुआवजा ले सकते हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करें। हरियाणा के किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर बर्बाद हुई फसल के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डिजिक्लेम प्लेटफॉर्म के माध्यम से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और हरियाणा के बीमित किसानों को एक बटन क्लिक कर कुल 1,260.35 करोड़ रुपये का बीमा दावा स्थानांतरित किया
Ukraine Crop Deal: रूस के इस कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो रही है। यूरोपीय संघ विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने रविवार को एक ट्वीट में रूस से उसके फैसले को बदलने को कहा है।
Baba Vanga Predictions: बाबा वेंगा ने भारत को लेकर भविष्यवाणी की थी। उन्होंने जो साल 2022 के लिए भविष्यवाणी की थी, उसमें कहा गया है कि भारत पर टिड्डियों का हमला हो सकता है।
किसानों को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Crop Insurance Scheme) एक बड़ी राहत प्रदान करती है। यह फसल के नुकसान का बीमा होता है, इसमें फसल बर्बाद होने पर नुकसान की भरपाई सरकार करती है।
Punjab News: पंजाब में 34,000 हेक्टेयर से अधिक धान की फसल में ‘बौनेपन’ का रोग देखा गया है। राज्य के कृषि विभाग ने इस बीमारी (ड्वार्फ डिजीज) से प्रभावित क्षेत्रों में औसतन पांच प्रतिशत फसल के नुकसान का अनुमान लगाया है।
MP News: हरदा के किसान मुकेश के मुताबिक हरदा में एक भी पेशेंट नहीं था आज हमारे यहां कैंसर के करीब 100 मरीज हैं। जहरीली खेती के बारे में खुद कृषि मंत्री कमल पटेल ने माना उनके क्षेत्र में कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र सहित पूरे देश को ही फिलहाल बढ़े हुए तापमान का प्रहार सहन करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र में तो धूप के प्रहार के साथ ही बेमौसम बारिश, तूफानी हवाएं एवं ओलावृष्टि का फटका भी लग रहा है।
हालांकि, इस साल खरीफ सत्र के दौरान मोटा अनाज और तिलहन उत्पादन मामूली रूप से कम रहने का अनुमान है।
धान खरीफ की एक प्रमुख फसल है, लेकिन इसे रबी के मौसम में भी उगाया जाता है। बयान में कहा गया है, ‘‘इस (खरीद) से मौजूदा खरीफ विपणन सत्र के दौरान 130.47 लाख किसानों का फायदा हुआ।
भारत में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन का बाजार वर्तमान में 400 करोड़ रुपये के करीब होने का अनुमान है। इसका उपयोग अनाज, धान की फसलों, सब्जियों और फल जैसे टमाटर, अंगूर, आम, मिर्च एवं गेहूं में फंगल रोगजनकों को रोकने के लिए किया जाता है।
पीएम फसल बीमा योजना का उद्देश्य किसानों की फसल को बाढ़, आंधी, ओले और तेज बारिश से होने वाले नुकसान की भरपाई करना है। इसमें बेहद मामूली प्रीमियम पर किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है
देशभर में रबी फसलों की कटाई तकरीबन 50 फीसदी पूरी हो चुकी है और जायद सीजन की फसलों की बुवाई पिछले साल से 20 फीसदी से बढ़कर 56.40 लाख हेक्टेयर से ज्यादा हो चुका है
तीन कृषि कानूनों के मामले के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले से किसानों को निश्चित तोर पर लाभ होने वाला है।
देशभर में 325.35 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई है, जो कि पिछले साल से 3.63 फीसदी अधिक है। उत्तर प्रदेश में 92.52 लाख हेक्टेयर, मध्यप्रदेश में 85.37 लाख हेक्टेयर, पंजाब में 35 लाख हेक्टेयर, राजस्थान में 28.86 लाख हेक्टेयर और हरियाणा में 25.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई है।
देशभर में बीमित क्षेत्र अभी तक महज 30 फीसदी है जिसे बढ़ाकर 50 फीसदी करने का लक्ष्य रखा गया है। सबसे ज्यादा फसल बीमित करने वाला राज्य कर्नाटक है जहां के किसानों की 40 से 50 फसलें बीमित होती हैं।
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